7. आईजी अमिताभ ठाकुर का मुद्दा
अमिताभ ठाकुर की पत्नी ने
गायत्री प्रजापति के खिलाफ कंप्लेंट दर्ज कराई थी. इसके बदले अमिताभ को
धमकियां मिलने लगीं. एक ऑडियो भी आया जिसमें पता चला कि खुद मुलायम सिंह
यादव अमिताभ को धमका रहे थे. कि जैसे एक बार पहले पीटे गये थे, वैसे ही
पीटे जाओगे. ठाकुर अक्टूबर 2015 से सस्पेंड हैं. अखिलेश ने क्या किया इस
मामले में? आज अपनी गद्दी के लिए पिता के सामने खड़े हुए हैं. पर जनता के
लिए कब खड़े हुए थे. 3 जनवरी को रिटायर हुए चीफ जस्टिस टी एस ठाकुर ने
जम्मू-कश्मीर में अपने डिप्टी सीएम पिता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.
अखिलेश सिर्फ अपने स्वार्थ को लेकर अपने पिता के खिलाफ लड़े हैं.
8. यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन के चेयरमैन अनिल कुमार यादव का मुद्दा
अनिल
कुमार यादव चेयरमैन थे. और तब कमीशन पर करप्ट प्रैक्टिस का आरोप लगा.
कमीशन अनिल कुमार की निजी कंपनी की तरह काम कर रहा था. अखिलेश आंख मूंदे
रहे. जब इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इसमें हाथ डाला, तब अनिल को हटाया गया.
9. इससे बड़ा यादव सिंह का भ्रष्टाचार
नोएडा
के चीफ इंजीनियर यादव सिंह पर सैकड़ों करोड़ की संपत्ति बनाने का आरोप
लगा. पहले तो सरकार आना-कानी करती रही. फिर बाद में 2014 में सस्पेंड कर
दिया गया. पर फरवरी 2015 में वन-मैन जुडिशियल इंक्वायरी बैठाई गई. क्योंकि
इसे मैनेज करना आसान था. इलाहाबाद हाई कोर्ट में पेटीशन फाइल की गई कि
सीबीआई इंक्वायरी हो. अखिलेश सरकार ने इसका विरोध किया. पर कोर्ट ने ऑर्डर
दे दिया. इसके बाद अखिलेश सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई. पर वहां पर भी हाई
कोर्ट का ही फैसला माना गया. अखिलेश सरकार बेशर्मों की तरह काम कर रही थी.
किसको बचा रही थी, कैसे छुपा है.
10. बुंदेलखंड की क्राइसिस
2015
में बुंदेलखंड में फरवरी और अप्रैल में बारिश हो गई. फसलें खराब हो गईं.
किसान मरने लगे. बहुतों ने आत्महत्या कर ली और कई हार्ट अटैक से मर गये.
क्योंकि सरकार ने फसल खराब होने को लेकर कोई फैसला नहीं दिया था. किसी भी
तरह के मुआवजे की बात नहीं की थी. और मुलायम सिंह यादव किसान नेता चौधरी
चरण सिंह के साये में बड़े हुए थे. साल खत्म होने पर अखिलेश सरकार ने चैक
बांटने शुरू किये. लोगों को 23-23 रुपये के चैक बांटे गये. बुंदेलखंड में
ये क्राइसिस अचानक नहीं हो गई थी. वहां तीन साल से सूखा भी पड़ा था. अप्रैल
2016 में अखिलेश ऑस्ट्रेलिया जाने वाले थे. इससे पहले वो बुंदेलखंड गये.
वहां जाकर कुछ राहत का ऐलान किया.
शराब घोटाला मामला: केजरीवाल की ED हिरासत पर फैसला अदालत ने सुरक्षित रखा
राजस्थान: कांग्रेस नेता प्रशांत बैरवा का विवादित बयान, कहा- भारत और पाकिस्तान के लोकतंत्र में कोई फर्क नहीं
मुजफ्फरनगर में पहले लगता था कर्फ्यू, अब निकल रही कांवड़ यात्रा : योगी
Daily Horoscope