झज्जर। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक रविवार को राशलवाला चौक पर पहुंचे। जहां धरने पर बैठे जाटों ने मलिक का जोरदार ढंग से स्वागत किया। भारी संख्या में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए यशपाल मलिक ने कहा कि वो बीजेपी के निजी विरोधी नही है, उनकी लड़ाई सिर्फ अपनी मांगों को लेकर है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार से पहली वार्तालाप हुई है। जिसमें हमने सरकार से अपनी मांगे रखी है और पूछा है कि सरकार ने जो घोषणाएं की थी अब तक लागू क्यों नही की। उन्होंने कहा कि पानीपत में 11 फरवरी को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ हुई वार्ता अच्छे माहौल में हुई। लेकिन इस वार्ता का कोई नतीजा नही निकला है। उन्होंने कहा कि उनकी मांगों को राजनीतिक इच्छा शक्ति द्वारा हल किया जा सकता है। पहली वार्ता विफल रहने के बाद यशपाल मलिक ने कहा कि दूसरी वार्तालाप के लिए हम तैयार है जब सरकार चाहेगी हम वार्तालाप के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगे नही मानती है तब तक उनका धरना शांतिपूर्वक जारी रहेेगा।
मलिक ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नही होती तब तक धरना यूं ही जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि 19 फरवरी को बलिदान दिवस मनाया जाएगा। बलिदान में रिकार्ड हाजरी जुटेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने बीजेपी के तीन नेताओं पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने धरने पर मौजूद लोगों से हाथ उठाकर जब पूछा कि क्या यह धरने जारी रहने चाहिए तो हजारों लोगों ने दोनों हाथ ऊपर करके धरना जारी रखने का समर्थन किया।
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