उन्होंने बताया कि बर्ड वाचिंग के लिए चिन्हित किये गये स्थानों पर पक्षियों को निहारने के लिए वाइनाकूलर व स्पाटिंग स्कोप के साथ-साथ पक्षियों की पहचान के लिए नामचीन लेखकों रिचर्ड ग्रिमेट एण्ड टिमइंस्किप तथा सलीम अली द्वारा लिखी पुस्तकें भी उपलब्ध रहेंगी ताकि छात्र-छात्राओं को मौके पर देखे गये पक्षियों के सम्बन्ध में प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध करायी जा सके।डीएफओ कतर्नियाघाट ने बताया कि कतर्नियाघाट रेन्ज अन्तर्गत घड़ियाल सेन्टर से पक्के मचान तक, निशानगाढ़ा रेन्ज में रमपुरवा वन विश्राम भवन परिसर तथा उसके आस-पास के क्षेत्र, सुजौली रेन्ज में त्रिमुहानी झील, मुर्तिहा रेन्ज में सेमरी भगहर, धर्मापुर रेन्ज में धर्मापुर भगहर, ककरहा रेन्ज में नेचर ट्रेल तथा मोतीपुर रेन्ज अन्तर्गत खपरा चेक पोस्ट से ईकोटूरिज़्म वन मार्ग पर बर्ड वाचिंग की व्यवस्था की गयी है।
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