पालमपुर(कांगड़ा)। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने पालमपुर शहर के समीप बंदला गांव से स्नो लाईन तक रज्जू मार्ग को स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने ग्राम पंचायत बडैहर के लिए पशु औषधालय, गवाल टिक्कर, ग्राम पंचायत के लिए आयुर्वेदिक औषधालय तथा ग्राम पंचायत दियोग्रां के लिए स्वास्थ्य उप केन्द्र की स्वीकृति दी। उन्होंने कहा कि पालमपुर शहर में निर्माणाधीन परिधिगृह का नाम ष्सोनकुंज रखा जाएगा। मुख्यमंत्री कांगड़ा जिले के विधानसभा क्षेत्र पालमपुर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बंदला परिसर में कंपकपाती ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में एकत्र जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। इतिहास के पन्नों पर नजर डालते हुए वीरभद्र सिंह ने कहा कि राज्य ने बहुत प्रगति की है और विकास की कोई सीमा निर्धारित नहीं की जा सकती, क्योंकि यह एक सतत् प्रतिक्रिया है। [@ Punjab election 2017: अकालियों से कौन भिड़ेगा -सिद्धू या कैप्टन]
राज्य के अस्तित्व में आने के समय यहां केवल एक इंटर कालेज था और आज राज्य में 116 डिग्री कालेज तथा 15000 से अधिक राजकीय पाठशालाएं क्रियाशील हैं। विद्यार्थियों विशेषकर लड़कियों को उनके घरद्वार के समीप गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया है। अनेक मेडिकल तथा तकनीकी शिक्षण संस्थान खोले गए हैं ताकि राज्य शिक्षा का हब बन सके। राज्य सरकार ने सड़क, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य, विद्युत जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को प्राथमिकता प्रदान कर विकास एवं प्रगति को सुनिश्चित बनाया है और साथ-साथ विशेष नीतियां एवं कार्यक्रम तैयार कर इनके प्रभावी क्रियान्वयन पर बल दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी गांवों में थ्री फेस विद्युत आपूर्ति प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने प्राथमिकता दी है।
उन्होंने कहा कि आगामी सत्र से हमीरपुर जिले में मेडिकल कॉलेज कार्य करना आरम्भ करेगा। उन्होंने कहा कि हालांकि, राज्य सरकार ने बिलासपुर में एम्ज के निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध करवा दी है लेकिन निर्माण कार्य आरम्भ नहीं किया जा सका है, क्योंकि केन्द्र सरकार ने एक भी पैसा जारी नहीं किया है। उन्होंने लोगों से अपनी संस्कृति, भाषा, परम्पराओं एवं रीति-रिवाजों को न भुलाने तथा अपनी समृद्ध विरासत की देखभाल करने का आग्रह किया ताकि इसका संरक्षण किया जा सके और इसे भावी पीढ़ियों को हस्तांतरित किया जा सके। उन्होंने कुछ तत्व समाज में असंतोष एवं विघटन के बीज बोने तथा राज्य को ऊपरी तथा निचले हिमाचल के नाम पर बांटने की कोशिश करने वालों को अपराधी बताते हुए उन्हें दंडित करने बात की बात कही। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का विभाजन पैदा करना अनुचित है, क्योंकि इससे राज्य का विकास बाधित होता है।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बंदला में 40.59 लाख रुपये की लागत से निर्मित स्टेज तथा दो कक्षा कमरों का उद्घाटन किया और पालमपुर में 62.52 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले उप मण्डलीय पशु अस्पताल की आधारशिला रखी। उन्होंने 258.28 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली चौकी पटवारखाना से राजपुर चौक केसर बाग कालोनी व राजकीय महाविद्यालय पालमपुर सहित भीरल खड्ड तथा मोहाल खड्ड पर पुलों के निर्माण के लिए भूमि पूजन किए। उन्होंने 472.48 लाख रुपये की लागत से राख से बंदला वाया गमरोटा जायूं सुकेरी कंडी सड़क के सुधार एवं स्तरोन्यन की आधारशिला भी रखी। उन्होंने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की तीन जलापूर्ति योजनाओं की आधारशिलाएं रखीं, जिनमें 70.52 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली जलापूर्ति योजना बड़सर, दयाला, चमरकर, जिया खास तथा मझेटली, 38.40 लाख रुपये की जलापूर्ति योजना रोड़ी तथा खलेट गांवों की अनुसूचित जाति आबादी के लिए तथा आईमा व हार गांवों की अनुसूचित जाति आबादी के लिए 47.96 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली जलापूर्ति योजनाएं शामिल हैं।
हिप्र विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल ने इस अवसर पर कहा कि पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के विकास का श्रेय मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को जाता है, जो इस क्षेत्र के लिए समय-समय पर विभिन्न विकासात्मक परियोजनाएं स्वीकृत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज राज्य शिक्षा के क्षेत्र में देश भर में पहली पंक्ति में खड़ा है, क्योंकि मुख्यमंत्री राज्य में शिक्षा प्रसार के लिए निजी तौर पर रूचि लेते हैं। उन्होंने न्यूगल से थटारी के बीच रज्जू मार्ग, इंडोर स्टेडियम का निर्माण तथा चाचियां में पॉलीटेक्निक कालेज खोलने की मांग की। इससे पूर्व, कर्नल जगदीश गहलोत्रा ने मुख्यमंत्री एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया तथा ग्राम पंचायत बंदला की मांगों की सूची प्रस्तुत की। शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा, मुख्य संसदीय सचिव जगजीवन पाल, विधायक यादविन्द्र गोमा, पालमपुर नगर परिषद की अध्यक्षा राधा सूद, उपायुक्त सीपी वर्मा, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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