नागौर। लाडनूं कस्बे में डीडवाना रोड पर गैंगस्टर आनन्दपाल की ओर से एक व्यक्ति के नाम की गई जमीन को प्रशासन ने कब्जे में ले लिया। इसके बाद उस पर राजकीय भूमि होने का बोर्ड लगा दिया। तहसीलदार आदूराम मेघवाल ने बताया, सांवराद निवासी सीतादेवी पत्नी धर्मेन्द्र हरिजन ने डीडवाना रोड स्थित 27 बीघा 15 बिस्वा जमीन राजहक में समर्पण करने का प्रार्थना पत्र पेश किया था। इसमें से 18 बीघा दो बिस्वा की भूमि छोडक़र शेष नौ बीघा 13 बिस्वा भूमि को सरकार के हक में स्वीकार किया गया। शेष 18 बीघा दो बिस्वा भूमि पर भंवरी देवी बनाम लिखमाराम का वाद विचाराधीन होने के कारण समर्पण स्वीकार नहीं किया गया। उक्त वाद न्यायालय अतिरिक्त संभागीय आयुक्त अजमेर में विचाराधीन था। इसमें न्यायालय की ओर से 29 दिसंबर 2016 को निर्णय कर दिया गया। इसके बाद सीतादेवी पति धर्मेन्द्र के साथ 13 जनवरी को तहसीलदार के समक्ष पेश हुई। उक्त जमीन को सरकार के पक्ष में समर्पण करने का आवेदन प्रस्तुत किया। जिसे स्वीकार कर लिया गया। तहसीलदार ने एएसपी डीडवाना ज्ञानचंद, पुलिस उपाधीक्षक नरसीलाल, थानाधिकारी नागरमल कुमावत मय पुलिस जाब्ते के साथ 18 बीघा दो बिस्वा भूमि को कब्जे में ले लिया। इसके बाद भूमि पर राजकीय जमीन होने का बोर्ड भी लगा दिया गया। कार्रवाई के दौरान हथियारबंद पुलिसकर्मी मौजूद थे। पुलिस के अनुसार उक्त जमीन को गैंगस्टर आनन्दपाल ने अनुसूचित जाति के व्यक्ति से जबरन हड़पकर सांवराद निवासी सीतादेवी पत्नी धर्मेन्द्र हरिजन के नाम करवा रखी थी। जमीन की कीमत करीब 50 करोड़ रुपए मानी जा रही है। उधर, पुलिस व प्रशासन की ओर से की जा रही कार्रवाई में बाधा पहुंचाने पर पुलिस ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार किया है। थानाधिकारी नागरमल कुमावत ने बताया, कालूसिंह व उसके पुत्र लोकेन्द्रसिंह ने जमीन को अपना बताते हुए इसका विरोध किया। इस पर पुलिस ने दोनों को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया। लोकेन्द्र सिंह वर्तमान में भाजयुमो का जिला उपाध्यक्ष है। [@ यहां था पैदा होते ही बेटी को मार देने का रिवाज, अब बेटी ने ही किया नाम रोशन]
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