वियांग चान। दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संघ (आसियान) ने वादा किया है
कि शांति, स्थिरता और क्षेत्र के विकास के लिए प्रयास जारी रखेंगे। इसके
लिए क्षेत्रीय बैठकें करने के लिए लाओस में इन देशों के विदेश मंत्री जुटे
हैं।
दस देशों के संगठन आसियान की 49वीं विदेश मंत्रियों की बैठक (एएमएम) में
लाओस के प्रधानमंत्री थोंगलाउन सिसोउलिथ ने सभी का स्वागत किया। उन्होंने
सदस्य देशों एवं साझीदारों से शांति, स्थिरता एवं समृद्धि बरकरार रखने एवं
इसे बढाने में योगदान के लिए क्षेत्रीय एवं वैश्विक पटल पर रचनात्मक
चर्चाएं करने का आह्वान किया।
थोंगलाउन ने कई पारंपरिक एवं गैर पारंपरिक सुरक्षा चुनौतियों की पहचान की
है इनमें चरमपंथवाद एवं आतंकवाद, पारंपरिक आपदाएं एवं जलवायु परिवर्तन,
शरणार्थियों के मुद्दे एवं मानव तस्करी के साथ-साथ आर्थिक विकास, जिसमें
ब्रिटेन का यूरोपीय संघ से बाहर होना भी शामिल है।
लाओस के विदेश मंत्री सालेउम्से कोमासिथ की अध्यक्षता में गुरूवार से ही चल
रही आसियान के विदेश मंत्रियों की इस बैठक के दौरान क्षेत्र के वरिष्ठ
अधिकारी एवं कूटनीतिज्ञ जमे हैं क्योंकि वे आपसी चिंता और हितों से जुडे
क्षेत्रीय मुद्दों पर प्रगति चाहते हैं।
आसियान के दस विदेश मंत्रियों के साथ विमर्श के लिए चीन के विदेश मंत्री
वांग यी, अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के साथ-साथ जापान के फुमियो किशिदा
और दक्षिण कोरिया के युन बाइयुंग आने वाले हैं।
आसियान के दस देशों के साथ
अपने रिश्ते को आगे बढाने के लिए भारत, रूस, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया,
न्यूजीलैंड और यूरोपीय संघ के विदेश मंत्री एवं प्रतिनिधि भी जुटने वाले
हैं।
इससे जुडी जो यहां बैठकें होनी हैं उनमें 17वी आसियान प्लस थ्री फॉरेन
मीनिस्टर्स मीटिंग, छठा पूर्वी एशिया सम्मेलन विदेश मंत्री बैठक और 23वें
आसियान एवं दक्षिण एशियाई परमाणु हथियार मुक्त जोन (एसईएएनडब्ल्यूएफजेड)
समझौता आयोग की बैठक शामिल है।
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