सुलतानपुर। मतदाताओं को जागरूक करने के लिये पिछले एक महीने से जिला प्रशासन द्वारा की जा रही कवायदों पर उस वक्त पानी फिर गया, जब पांच बजे के बाद करीब 58 फीसदी मतदान का आंकड़ा सामने आया। रिकार्ड मतदान कराने का दावा करने वाला प्रशासन पिछली विधानसभा 2012 के 58 फीसदी आंकड़े के इर्द गिर्द ही रहा। [ श्याम मसाले ने कराई घर घर में मौजूदगी दर्ज] [ यूपी चुनाव: विरोधियों की घेराबंदी में फंसे वजीर, पढें खास रिपोर्ट] [ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
हैरानी की बात तो यह रही कि जिला मुख्यालय पर जागरूकता के लिये दर्जनों बड़े आयोजन किये गये थे और सबसे कम मतदान का प्रतिशत भी इसी विधानसभा का रहा। लोकतंत्र के इस महापर्व में मतदाताओं द्वारा अपेक्षित भागेदारी न करना एक बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।
जिला निर्वाचन अधिकारी एस राजलिंगम भी इतने कम मतदान से दुखी नजर आये। उन्होंने बताया कि लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिये उन्होने कोई कसर नहीं छोड़ी थी, फिर न जाने मतदाताओं में मतदान को लेकर उदासीनता क्यों रही।
प्रयासों पर फिरा पानी
बताते चलें कि पांचवें चरण के लिये सुलतानपुर में आज इसौली,सुलतानपुर,सदर,लम्भुआ और कादीपुर इन पांच विधानसभाओं में वोट डाले गए। जिले में कुल 17 लाख 31 हजार 824 मतदाता हैं। जिला प्रशासन ने ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को बूथ तक लाने के लिये खूब कवायदें कीं। कभी हाफ मैराथन दौड़ कराकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया तो कभी पतंगे उड़ाकर। कभी देश का मानव मानचित्र बनवाया तो कभी विकलांगों की रैली निकालकर मतदाताओं को जागरूक किया। कामेडियन एहसान कुरैशी को बुलाकर तमाम खर्च किया गया और तो और मतदाताओं को बूथ तक लाने के लिये माडल बूथों का निर्माण भी कराया लेकिन इतने कम मतदान ने जिला प्रशासन की सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। प्रशासन ने तकरीबन 70 फीसदी मतदान की उम्मीद लगाई थी,लेकिन मतदान प्रतिशत का आंकड़ा साल 2012 में हुये विधानसभा चुनाव के इर्द गिर्द ही रहा ।
लोकसभा चुनाव 2024 : देश की 102 सीटों पर छिटपुट घटनाओं को छोड़ शांतिपूर्ण रहा मतदान
लोकसभा चुनाव 2024: देश की 102 सीटों पर कुल 59.71% मतदान दर्ज
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
Daily Horoscope