जोधपुर। एक तस्वीर के वायरल होने के बाद कुछ लोगों ने गुरुवार की रात हंगामा किया था। तब सोचा गया था कि शायद किसी असामाजिक तत्व की करतूत को लोगों ने समझा और मामला शांत हो गया। लेकिन, शुक्रवार की देर रात पत्थरबाजी हुई तो शहर की शांति को नजर सी लग गई। वाट्सएप पर यह तस्वीर वायरल वायरल हुई तो हंगामा हो गया लेकिन, सुरक्षा बलों ने स्थिति संभाल ली। मसला जोधपुर के मेडती गेट का है जहां सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री डालने वाले एक शख्स की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एक गुट के लोगों ने मेड़तीगेट पुलिस चौकी में तोड़-फोड़ की और आसपास के घरों में पत्थर फेंकने के साथ उम्मेद स्टेडियम पुलिस चौकी के बाहर हंगामा किया। हंगामा देर रात तक चलता रहा। पुलिस ने सडक़ पर लाठियां भांज कर हंगामा कर रहे कुछ लोगों को खदेड़ा। पुलिस ने शुक्रवार को ही दोषी युवक के खिलाफ कार्रवाई की पहली कड़ी में मामला दर्ज कर लिया था लेकिन, फिर भी लोगों ने प्रदर्शन किया तब माहौल गरमा गया। सवाल भडक़ाऊ तस्वीर के पोस्ट पर है तो साथ में उन लोगों पर है भी जिन्होंने कानून का मखौल उड़ाया। जब पुलिस ने मामले में कार्रवाई कर दी तब ऐसा उग्र प्रदर्शन क्यों। पुलिस को ऐसे लोगों पर भी सख्ती दिखानी चाहिए क्योंकि अमन में खलल पैदा करना भी जुर्म है।
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