चण्डीगढ़ । पूर्व मुख्य संसदीय सचिव व प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता रणसिंह मान ने भाजपा
पर दोमुंही राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमन्त्री मनोहर लाल
खट्टर व उनकी सरकार का हरियाणा एक-हरियाणवी एक का नारा हरियाणा में
पूरी तरह अपना अर्थ खो चुका है, क्योंकि सरकार का आचरण ठीक इसके उलट है।
[@ Punjab: पार्टियों का वादा, करेंगी नशे का खात्मा,अकाली दल ने खिल्ली उड़ाई]
हर जगह देखा जा रहा है कि भाजपा संगठन व सरकार अपने-पराये के चक्कर में
फँसी हुई है। प्रदेश हित में किसी के अच्छे सुझाव या नेक सलाह मानना तो
दूर, सरकार इस ताक में रहती है कि विरोधियों का मुंह बन्द करने के लिए
उन्हें किसी तरह फाँस कर रखा जाये। जब दलगत राजनीति से इतर सभी जनों के साथ
आपका व्यवहार समान व सामान्य नहीं है तो उपरोक्त नारे का कोई मतलब नहीं रह
जाता।
मान ने कहा कि चण्डीगढ़ स्थित मुख्यमन्त्री आवास में सरकार के गठन के समय
से ही एक विशेष सैल काम कर रहा है, जिसके जिम्मे पूर्व मुख्यमन्त्री
भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के समय के सभी दस्तावेज खंगालना है व थोड़ी सी भी
चूक को बड़ा घोटाला बता उन्हें घेरने का षड़यन्त्र रचा जाता है। वहीं
यमुनानगर जिले के बलजीत सिंह सुसाइड मामले में जहां शक की सुई विधान सभा
स्पीकर पर आ टिकी है और हिसार सदर थाने में दर्ज एफआईआर में एक संघ प्रचारक
व सीएम कार्यालय में कार्यरत रहे ओएसडी के नाम आये हैं, सरकार ने दोनों
मामलों को रफा-दफा करने में ऐडी-चोटी का जोर लगाया। यह दोनों मामले नौकरी
के बदले पैसे ऐंठने के हैं। क्या ऐसी सरकार जो अपनों को बचाये व गैरों को
फंसाये हरियाणा एक-हरियाणवी एक का नारा लगाने का हक रखती है ?
मान ने कहा कि आरक्षण आन्दोलन के वक्त प्रो. वीरेन्द्र ने फोन पर किसी मान
सिंह से साधारण बात क्या की कि सरकार ने देशद्रोह का केस मंढ दिया। वहीं
आग में घी डालने वाले अपने सांसद राजकुमार सैनी व पूर्व विधायक रोशन लाल
आर्य को सामाजिक माहौल बिगाड़ने की खुली छूट दी। उस दौरान सरकार जानबूझ कर
सोई रही ताकि हरियाणा में सामाजिक भाईचारा तार-तार हो जाये। इस पूरे प्रकरण
की उच्चतम न्यायालय से जाँच करवाने से सरकार इसलिये डरी कि कहीं अपनों की
पोल न खुल जाये।
मान ने कहा कि नोटबन्दी पर भी भाजपा का दोहरा चरित्र दिखाई दिया। हरियाणा
राज्य परिवहन की बसों में आम यात्रियों के चैकिंग के दौरान दो-ढ़ाई लाख
रूपये जब्त किये गये, जबकि भिवानी में आयोजित लक्षचण्डी महायज्ञ में
करोड़ों रूपये की गैरकानूनी करेंसी का इस्तेमाल हुआ और वो भी मन्त्रियों व
अधिकारियों की मौजूदगी में। भाजपा बेशक न माने कि नोटबन्दी से लोगों को
परेशानी नहीं हुई, लेकिन आमजन को गहरी वेदना से गुजरना पड़ा है। इसीलिये
कांग्रेस पार्टी 18 जनवरी को चण्डीगढ़ के आरबीआई कार्यालय का घेराव कर
विरोध दर्ज करायेगी।
मान ने कहा कि भाजपा के साथ त्रासदी यह है कि वह जो कहती है, वो करती नहीं
है, करती है तो उल्टा करती है व ढिंढोरा कुछ और पीटती है। लोगों का चैन
छीनने के अलावा सरकार ने कुछ नहीं किया। भाजपा के काम व सोच से हरियाणा एक
नहीं हुआ बल्कि इनके दिये दुख से हरियाणा जरूर एक होता दिख रहा है।
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