न्यूयॉर्क। एक सुस्त जीवनशैली आपके दिल पर बहुत ज्यादा असर डालती है।
शोधकर्ताओं ने पाया है कि व्यायाम में कमी और ज्यादा वजन का संबंध एक
प्रकार के हर्ट फेल्योर से जुड़ा हुआ है। इसका इलाज बहुत मुश्किल है। हर्ट
फेल्योर उस स्थिति में होता है, जब दिल शरीर की मांग के मुताबिक पर्याप्त
मात्रा में ऑक्सीजनयुक्त खून की आपूर्ति करने में अक्षम हो जाता है। [ रोज बच्चों से कहना न भूलें ये 5 बातें ] [ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
अमेरिका
के टेक्सास विश्वविद्यालय के साउथवेस्टर्न मेडिकल सेंटर के सहायक प्रोफेसर
जरेट बेरी ने कहा, ‘पहले के अध्ययन में लगातार पाया गया है कि शारीरिक
व्यायाम का कम स्तर, उच्च बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) से हर्ट फेल्योर की
संभावना का जोखिम बढ़ जाता है। लेकिन यह अध्ययन बताता है कि इनका जुड़ाव
हर्ट फेल्योर के प्रिजव्र्ड इजेक्शन फ्रैक्शन से साफ तौर पर है। इस तरह के
हर्ट फेल्योर का इलाज करना चुनौतीपूर्ण होता है।’
पसीने की गाढ़ी कमाई से खरीदी जाती है ज्वैलरी, इन उपायों से रखें सुरक्षित
80% सटीकता के साथ घातक हृदय रोग का पता लगा सकता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल
जानवरों में अधिक वायरस फैलाते हैं इंसान - अध्ययन
Daily Horoscope