जोधपुर। पैसे ने उन्हें पान खाना सिखाया और पान खाने की आदत ने दोस्त बनवाए लेकिन, पैसे और पान की दोस्ती में तीन दोस्तों ने अपने ही दोस्त के खून से हाथ रंग लिए। मामला जोधपुर का है जहां घर से निकले प्रमोद का शव शोभावतों की ढाणी श्रमिक कॉलोनी के पास झाडिय़ों में मिला। एसीपी स्वाति शर्मा ने मामले को अपने हाथों में लिया और फिर तहकीकात शुरू की तो सामने आया कि प्रमोद घर से अपनी जीप लेकर निकला था और बाद में उसकी हत्या हो गई। तहकीकात में सामने आया कि प्रमोद पान खाने का शौक़ीन था और पुलिस ने पहला पॉइंट वहीं तलाशा तो एक डरावनी हकीकत सामने आई। पुलिस को यहीं से पता चला कि प्रमोद इन दोस्तों के साथ गया था। असल में प्रमोद ने छह महीने पहले अपने पड़ोसी और दोस्त पवन सोनी को उसकी बीसी की राशि चुकाने के लिए एक किलो सोना दिया था। बदले में हर माह दो लाख रुपए ब्याज सहित पैसे किस्तों में देने की बात तय हुई। छह माह तक पवन अपने दोस्त को पैसा देता रहा। इसके बाद जब बाकी बचे आधा किलो सोने की कीमत और छह लाख रुपए ब्याज सहित करीब बीस लाख रुपए देने में पवन आनाकानी करने लगा तो प्रमोद ने उसे 26 जनवरी तक पूरी राशि देने का अल्टीमेटम दे दिया। इससे वह टेंशन में आ गया। यह बात उसने अपने दूध बेचने वाले दोस्त भूपेंद्र रांकावत उर्फ भानू को बताई। भानू ने कहा, चिंता मत कर। मेरा एक दोस्त है,जो इस चिंता को दूर कर देगा। वह नशे और बेहोश करने की दवाइयां रखता है। भानू ने उसकी मुलाकात हेमंत उपाध्याय से करवाई। भानू ने बताया कि वो उनकी मदद करेगा, बदले में एक लाख रुपए नकद और एक सोने की अंगूठी लेगा। तीनों इस पर सहमत हो गए। इसके बाद तीनों ने उसे ठिकाने लगाने की योजना बनाई। हेमंत बेहोशी की गोलियां व पशुओं को लगाने वाला इंजेक्शन लाया तो भानू बोरी, गला घोंटने के लिए निवार व फावड़े का डंडा लाया जबकि पवन अपनी अर्टिगा गाड़ी लेकर आया। पुलिस ने इन तीनों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है । [@ नशेडी पति ने ब्लेड से खुद ही चीर दिया गर्भवती पत्नी का पेट ]
ऐसे की प्रमोद की हत्या
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