हिंडोन
सिटी। मन में चाह हो तो क्या नहीं हो सकता। ऐसा ही एक कारनामा कलियुगी श्रवण कुमार ने कर डाला। उसने अपनी नेत्रहीन मां को कांवड में बैठा कर पदयात्रा से चार धाम यात्रा करा दी। मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में वर्गी गाँव निवासी कैलाश गिरी अपनी नेत्रहीन
माँ को कांवड़ में बैठाकर बीस वर्षो से देश के प्रशिद्ध धार्मिक स्थलों की यात्रा
कराते हुए सोमवार को हिंडोन पहुचे , अभी तक 36000 किलोमीटर की पैदल यात्रा तय कर चूका है जिले के प्रशिद्ध
धार्मिक स्थल जगत जननी माँ कैला देवी के पावन धाम के दर्शनों के बाद श्रवण कुमार
कैलाश गिरी की धार्मिक यात्रा समाप्त होगी।
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