न्यूयॉर्क। पाकिस्तान के एक और झूठ की हवा निकल गई है। बुधवार को पाकिस्तान सेना की वेबसाइट आईएसपीआर ने दावा किया कि भारतीय सेना ने संयुक्त राष्ट्र के सैन्य पर्यवेक्षकों की गाड़़ी को लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) के पास निशाना बनाया। संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान की सेना के इस दावे को खारिज कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि पर्यवेक्षकों (सुपरवाइजर्स) को निशाना बनाए जाने का कोई सबूत मौजूद नहीं है। पाकिस्तान सेना की ओर से यह भी आरोप लगाया गया कि भारतीय सेना लगातार युद्धविराम का उल्लंघन कर रही है। पाक सेना के इस बयान को खारिज करते हुए यूएन के प्रवक्ता स्टीफन डुजेरिक ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई, ना ही हमले के कोई सबूत मिले हैं। हां, हमारे सैन्य पर्यर्वेक ने फायरिंग की आवाज जरूर सुनी, लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं हुआ। डुजेरिका ने कहा कि मैं आपको यह बता सकता हूं कि भीमबेर जिले में पाक अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तानी सेना के साथ चल रहे यूएनएमओजीआईपी के सैन्य पर्यवेक्षकों ने अपने पास के इलाकों में गोलीबारी की आवाजें सुनीं। इस बात का कोई सबूत नहीं है कि गोलीबारी में यूएनएमओजीआईपी के सैन्य पर्यवेक्षकों को निशाना बनाया गया। संयुक्त राष्ट्र का कोई सैन्य पर्यवेक्षक घायल नहीं हुआ है। पाकिस्तानी सैन्य बलों की मीडिया शाखा इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स ने एक बयान में कहा था कि नियंत्रण रेखा के दौरे के दौरान संयुक्त राष्ट्र के सैन्य पर्यवेक्षक समूह के दो अधिकारियों को ले जा रहे वाहन पर भारतीय सैनिकों ने हमला किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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