वॉशिंगटन। अमेरिका की ट्रंप सरकार ने ओबामा प्रशासन की ओर से नियुक्त किए गए एक और भारतीय-अमेरिकी से इस्तीफा मांग लिया है। ट्रंप प्रशासन ने सर्जन जनरल विवेक मूर्ति को पद छोडऩे के लिए कहा है, ताकि मौजूदा सरकार की पसंद के शख्स को इस पद पर बैठाया जा सके। दिलचस्प बात यह है कि सीनियर पदों पर बैठे लोगों में मूर्ति ऐसे दूसरे इंडो-अमेरिकन शख्स हैं, जिन पर ट्रंप प्रशासन की कार्रवाई हुई है। ऐसे पहले शख्स थे प्रीत भरारा, जिनके यूएस अटॉर्नी जनरल पद से इस्तीफा देने से इनकार करने के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था।
अमेरिकी स्वास्थ्य एवं मानव सेवा मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ‘आज यूएस पब्लिक हेल्थ सर्विस कमीशन्ड कॉप्र्स के नेता मूर्ति से कहा गया कि नए ट्रंप प्रशासन में सुगम सत्तांतरण में मदद करने के बाद अब वह सर्जन जनरल के पद से इस्तीफा दे दें। मूर्ति को सर्जन जनरल के पद से मुक्त कर दिया गया है और वह कमीशन्ड कॉप्र्स के सदस्य के तौर पर अपनी सेवाएं जारी रखेंगे।’
उनतालीस वर्षीय अमेरिका के 19वें सर्जन जनरल मूर्ति इस पद पर बैठने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी रहे हैं। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि इस महत्वपूर्ण पद पर काम करना सम्मान की बात थी। उन्होंने कहा, ‘भारत के गरीब किसान के पोते को राष्ट्रपति द्वारा पूरे देश के स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए कहा जाना बेहद अभिभूत करने वाला था। यह एक अद्भुत अमेरिकी कहानी थी। मैं अपने देश का आभारी रहूंगा, जिसने लगभग 40 साल पहले मेरे प्रवासी परिवार का स्वागत किया और मुझे सेवा का मौका दिया।’ मूर्ति की जगह मौजूदा डिप्टी सर्जन जनरल रियर एडमिरल सेल्विया ट्रेंट-एडम्स को यह पद सौंपा गया हैं।
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