विदेश कार्यालय ने कहा कि उन्होंने भारत से 2003 में संघर्ष विराम संधि का
सम्मान करने और संघर्ष विराम की घटनाओं की जांच करने के लिए आग्रह किया है।
बयान में कहा गया है कि भारतीय राजनयिक को यह भी बताया गया था कि भारत को
भारत और पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह को अपनी
अनिवार्य भूमिका निभाने के लिए जम्मू और कश्मीर दौरे की अनुमति देनी चाहिए। ये भी पढ़ें - खादी के विविध रंगों से दमक उठा रैम्प, मॉडल्स ने किया कैटवॉक
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