लाहौर। आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का संस्थापक व 2008 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद शुक्रवार को 10 महीने की नजरबंदी के बाद रिहा हो गया। रिहाई के फौरन बाद हाफिज सईद ने जम्मू एवं कश्मीर की आजादी के लिए जिहाद जारी रखने की बात कही। इसके बाद उसने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर भी निशाना साधा। हाफिज ने भारत के साथ शांति की इच्छा रखने के कारण शरीफ को गद्दार करार दिया। सईद ने शुक्रवार को नमाज के बाद कहा कि पिछले 11 महीने से सईद अपने घर में नजरबंद था। जनवरी में जब उसे नजरबंद करने का फैसला लिया गया, उस समय शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री थे। सरकार के इस कदम की भारत ने सराहना की थी। हाफिज सईद ने कहा कि नवाज शरीफ पद पर बने रहने के योग्य नहीं थे, क्योंकि वह पीएम नरेंद्र मोदी से शांति की बात कर रहे थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सईद ने कहा, नवाज शरीफ कहते हैं कि उन्हें क्यों हटाया गया? मैं उन्हें बताता हूं क्योंकि उन्होंने मोदी के साथ दोस्ती बढ़ाकर पाकिस्तान के साथ गद्दारी की। इससे पहले जोहार टाउन स्थित आवास के बाहर अपने समर्थकों को अपने संबोधन में जमात-उद-दावा (जेयूडी) नेता ने सरकार द्वारा उसे सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा बताए जाने के तर्क को खारिज करने के लिए लाहौर उच्च न्यायालय को धन्यवाद दिया। हाफिज सईद ने कहा कि उसकी रिहाई पाकिस्तान की जीत है।
सईद ने कहा, जिस तरह से आज मैं आजाद हुआ हूं, कश्मीर भी एक दिन आजाद होगा। सईद ने कहा, कश्मीर की वजह से भारत मेरे पीछे पड़ा है। सईद ने कहा, मैं अल्लाह से दुआ करता करता हूं कि वह मुझे इतनी शक्ति दे कि हम कश्मीर की आजादी के लिए (भारत से) लड़ते रहें। सईद के घर के बाहर मध्य रात्रि से ही समर्थक जुटने लगे थे। रिहाई के बाद हाफिज का वीडियो भी सामने आया है। एक विडियो में हाफिज अपने कुछ साथियों के साथ नजर आ रहा है। विडियो में हाफिज केक काटता और मिठाई खाता दिख रहा है।
हाफिज के घर के बाहर बड़ी तादाद में उसके समर्थक जुटे थे। उसके समर्थकों ने उसके पक्ष में जमकर नारेबाजी की और उस पर फूलों की बारिश भी की। उसकी कार को उसके गुर्गों और समर्थकों ने गुलाब की पंखुडिय़ों से ढक दिया। इस मौके पर लश्कर के नारे लगाए गए। जमात-उद-दावा (जेयूडी) प्रमुख पर आतंकी गतिविधियों में उसकी भूमिका के लिए अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा हुआ है।
लाहौर उच्च न्यायालय के समीक्षा बोर्ड ने सरकार द्वारा हाफिज सईद को सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा बताने की दलील को खारिज करते हुए रिहा कर दिया। सईद की नजरबंदी को बुधवार को एक अदालत ने समाप्त करने का फैसला दिया। अदालत ने यह फैसला सबूतों के अभाव की वजह से दिया। सईद को इस साल 30 जनवरी से नजरबंद रखा गया था और एक अदालत नियमित रूप से उसकी नजरबंदी का नवीनीकरण करती रही।
गिरफ्तारी पर केजरीवाल बोले: यह एक राजनीतिक साजिश,जनता इसका जवाब देंगी
हरियाणा की पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा
पंजाब सीएम भगवंत मान के घर आई लक्ष्मी, पत्नी गुरप्रीत ने बेटी को दिया जन्म
Daily Horoscope