बीजिंग । चीन की यात्रा करने वाले नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने पेइचिंग विदेश अध्ययन विश्वविद्यालय में नेपाल-चीन संबंध :विकास और समृद्धि की संभावना शीर्षक पर एक भाषण दिया। इस भाषण में प्रधानमंत्री प्रचंड ने कहा कि नेपाल और चीन की मित्रता का इतिहास काफी लंबा है। लंबे समय से दोनों देशों के बीच सरकारी और गैरसरकारी आदान-प्रदान कभी नहीं रुका। नई अवधि में नेपाल और चीन व्यापार, पर्यटन, आधारभूत संरचना और ऊर्जा के क्षेत्रों में सहयोग को फलदायक उपलब्धि मिली। अर्ध-विकसित देश के रूप में नेपाल चीनी सरकार द्वारा मदद और समर्थन के लिये बहुत आभारी है। आशा है कि भविष्य में और अधिक चीनी उद्यम नेपाल में खोले जाएंगे। प्रधानमंत्री प्रचंड ने आगे कहा कि क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बढ़ाने में “एक बेल्ट एक मार्ग” ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नेपाल“एक बेल्ट एक मार्ग” में सक्रिय रूप से भाग लेगा।पेइचिंग विदेश अध्ययन विश्वविद्यालय के प्रमुख पेंग लोंग ने कहा कि चीन-नेपाल दोस्ती बहुत गहरी है। दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय सहयोग और आदान-प्रदान को जारी रखा गया है। पेइचिंग विदेश अध्ययन विश्वविद्यालय दक्षिण एशियाई भाषाओं के अध्ययन पर ध्यान देता है। चीन-नेपाल सांस्कृतिक आदान-प्रदान पेइचिंग विदेश अध्ययन विश्वविद्यालय नेपाल अध्ययन केंद्र की स्थापना को सक्रिय रूप से बढ़ रहा है। स्त्रोत -सीआरआई
सीमा हैदर-सचिन की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, कोर्ट ने जेवर थाने से मांगी रिपोर्ट
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope