उन्होंने कहा, ‘‘विशिष्ट सदस्य देशों की घरेलू नीतिगत कार्रवाइयों, खासतौर
पर व्यापार और वित्तीय नियमन से जुड़े मामलों के कारण आई वैश्विक गिरावट को
समझना महत्वपूर्ण है।’’ जेटली ने यह टिप्पणी पिछले साल अमेरिका के
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुने जाने के बाद उनकी संरक्षणवादी नीतियों
तथा यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने के संदर्भ में की, जो सभी विकसित
देशों में संरक्षणवादी प्रवृत्तियों को प्रतिबिंबित करते हैं। जेटली ने
गुरुवार को ही यहां उद्योग चैंबर फिक्की द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में कहा
कि नोटबंदी और जीएसटी के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था में मंदी का प्रभाव अब
दूर होता जा रहा है और देश की विकास दर अब अधिक संतुलित और टिकाऊं होने की
दिशा में आगे बढ़ रही है। ये भी पढ़ें - पति को आकर्षित करने के लिए अपनाएं ये विधि
आईपीएल 2024 : राजस्थान रॉयल्स ने दिल्ली कैपिटल्स को 12 रन से हराया
इंडिया गठबंधन आज दिल्ली में भाजपा मुख्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करेगा
मुख्तार अंसारी - प्रतिष्ठित परिवार से अपराध की दुनिया तक का सफर, यहां पढ़ें
Daily Horoscope