जौनपुर। बेसिक शिक्षा कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक रमेश चंद्र
प्रजापति को वाराणसी से आई भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की टीम ने शुक्रवार को
छापेमारी करके गिरफ्तार कर लिया। रमेश चंद प्रजापति के खिलाफ वर्ष 2012 में आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज है। शिक्षा माफियाओं की श्रेणी में
शुमार इस बाबू के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा अपराध
संख्या 545, 2012 में 13,1 व 13
टू भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत
मुकदमा दर्ज है। इस बाबू की गिरफ्तारी के लिए 15
दिन पूर्व भी विजिलेंस वाराणसी की टीम ने बीएसए कार्यालय में दस्तक
दी थी। लेकिन खबर लगते ही यह बाबू फरार हो गया।
शुक्रवार को
उत्तर प्रदेश सतकर्ता अधिष्ठान वाराणसी के वरिष्ठ निरीक्षक एएन राय के नेतृत्व में
निरीक्षक रमेश चंद पांडे, राम प्रभाव राय, दयाशंकर यादव, प्रेमचंद यादव समेत वरिष्ठ अधिकारियों
की टीम कोतवाली पहुंची। यहां नगर कोतवाल से मिलकर पुलिस फोर्स लेकर बीएसए दफ्तर
में छापेमारी की। बीएससी शिवेंद्र प्रताप सिंह के कार्यालय के पीछे बैठे कर्मचारी
रमेश चंद प्रजापति को हिरासत में लेकर आनन-फानन में कोतवाली पहुंची। और बाद में वाराणसी के लिए रवाना हो गई। सतकर्ता
विभाग की इस कार्यवाही से बेसिक शिक्षा विभाग के उन माफियाओं में हड़कंप मचा है जो
बाबू और कर्मचारी की मामूली वेतन पाने वाले आज
करोड़पति और अरबपति की श्रेणी में शुमार हो गए हैं। इस सबन्ध में बीएसए एसपी सिंह
से बात की गई तो उन्होन इस मामले में कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर दिया।
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