जयपुर। नवसंवत्सर-2074 के प्रचार करने के लिए रविवार को छोटी काशी की हृदय स्थली बड़ी चौपड़ से प्रमुख संत मंहत, प्रबुद्ध व्यक्तियों एवं विद्वान पंडितों ने चार श्वेत अश्वों (घोड़े) को रवाना किया। इससे पहले विधिवत लक्ष्मीनारायण मंदिर में पूजा-अर्चना की गई। यह अनूठा कार्यक्रम नवसंवत्सर के प्रति जागरूता लाने और नवसंवत्सर-2074 का प्रचार प्रसार करने के लिए किया गया। इसमें श्वेत अश्व (घोड़े) के ऊपर छतरी और दोनों तरफ नवसंवत्सर के बैनर लगे हैं। आगे ढोल की थाप पर नाचते-गाते कार्यकर्ता चल रहे हैं।
संस्कृति युवा संस्था एवं ज्योतिष परिषद एवं शोध संस्थान की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में संस्कृति युवा संस्था के अध्यक्ष. पं सुरेश मिश्रा, उनकी पत्नी नीलम मिश्रा एवं देवीशंकर शर्मा व उनकी पत्नी चंद्रकला शर्मा ने वैदिक रीति के साथ अश्वों की पूजा करवाई। उसके बाद बैंड बाजों के साथ चारों अश्वों को पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण दिशा में छोड़ा गया।
पं. सुरेश मिश्रा ने अपने हाथ से लगाम पकडक़र अलग-अलग दिशा में अश्वों को रवाना किया। ये अश्व शहर के प्रमुख मंदिरों पर जाएंगे और नवसंवत्सर की जानकारी युवाओं को देने के लिए कार्यकर्ता पम्पलेट बांटते हुए चलेंगे।
इस अवसर पर महांडलेश्वर महंत पुरुषोत्तम भारती, कांग्रेस नेता शरद खंडेलवाल, सर्व ब्राह्मण महासभा के जयपुर शहर अध्यक्ष (युवा प्रकोष्ठ) दिनेश शर्मा, पार्षद मुकेश शर्मा, विक्रम स्वामी, श्याम परिवार के अध्यक्ष लोकेश मिश्रा सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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