मथुरा। जिले के निजी कॉलेज और डायट में बीटीसी में प्रवेश के लिए
फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र लगाने वाले 35 प्रशिक्षु पकड़ में आ गए हैं। सत्यापन
में प्रमाण पत्र फर्जी मिलने के बाद डायट प्राचार्य ने एफआईआर दर्ज करने की तहरीर
दी है। एसएसपी ने थाना रिफाइनरी को रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए हैं। जिले में
बीटीसी बैच 2013-14 और 2014-15 के लिए डायट पर अभ्यर्थियों की काउंसलिंग हुई थी।
अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग के दौरान शैक्षणिक दस्तावेज जमा कराए थे। डायट की ओर से
शैक्षिक प्रमाण पत्रों को संबंधित बोर्ड में सत्यापन के लिए भेज दिया था। सत्यापन
में 35 प्रशिक्षुओं के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं।
इनमें किसी भी प्रशिक्षु की हाईस्कूल, इंटरमीडिएट तो किसी की
स्नातक की डिग्री फर्जी है। डायट प्राचार्य डा. मुकेश अग्रवाल ने दस्तावेज फर्जी
मिलने पर उक्त 35 प्रशिक्षुओं के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के लिए एसएसपी मोहित
गुप्ता को तहरीर दी है। शुक्रवार को एसएसपी ने थाना रिफाइनरी को एफआईआर दर्ज करने
के आदेश दिए हैं। साथ ही प्रशिक्षुओं को बीटीसी से निष्कासित कर दिया गया
है।
पहले के मामलों में साधी चुप्पी
15 हजार शिक्षक भर्ती काउंसलिंग में 12 अभ्यर्थियों के टीईटी के प्रमाण पत्र
और 16 हजार शिक्षक भर्ती की काउंसलिंग में 19 अभ्यर्थियों के स्नातक के दस्तावेज
फर्जी पाए गए थे। साथ ही बीटीसी बैच 2012-13 में एडमिशन के लिए 16 प्रशिक्षुओं ने
फर्जी प्रमाण लगाए थे। इनमें से सिर्फ बीटीसी प्रशिक्षुओं के विरुद्ध ही एफआईआर
दर्ज हुई।
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