नई दिल्ली। राफेल जेट फाइटर डील को लेकर शुरू हुआ बयानबाजी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक ओर गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि एक कारोबारी को फायदा पहुंचाने के लिए डील बदल दी गई। वहीं, इस मामले पर केंद्र सरकार के साथ-साथ वायुसेना ने भी सफाई दी है। वायुसेना ने कहा कि राफेल खरीद सौदे में ज्यादा कीमत नहीं दी गई और सरकार ने फ्रांस के लड़ाकू विमान के सौदे के लिए बहुत अच्छा मोलभाव किया। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ ने कहा, इसके लिए ज्यादा कीमत नहीं दी गई है। हमने अनुबंध से भी कम दाम पर 36 फ्रेंच लड़ाकू विमान राफेल के लिए मोलभाव किया। सरकार ने सौदे में बहुत अच्छा मोलभाव किया। आदमपुर एयरफोर्स स्टेशन पर धनोआ ने कहा कि यह सरकार से सरकार के बीच का अनुबंध है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा कि वायुसेना को अच्छे मोलभाव वाले दाम पर 36 लड़ाकू विमान मिल रहे हैं। बीजेपी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल के आरोपों को पूरी तरह नकारा है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस को अपने शासन की याद होनी चाहिए जब वह ऐसे मुद्दे उठाते थे। कांग्रेस को इस बात को स्वीकार करने में बहुत मुश्किल आ रही है कि नरेंद्र मोदी सरकार के तीन साल के शासन में भ्रष्टाचार का कोई मामला नहीं हुआ। इस मामले पर रिलायंस डिफेंस लिमिटेड ने भी कांग्रेस के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है।
कांग्रेस ने लगाया ये आरोप
लोकसभा चुनाव 2024: राजस्थान में 11 बजे तक 22.51% मतदान दर्ज,यहां देखे 12 सीटों में कितना मतदान हुआ
यूपी में चंद्रशेखर ने ईवीएम खराब होने की शिकायत की, सपा ने भी लगाए कई आरोप
बंगाल के कूचबिहार में तृणमूल-बीजेपी कार्यकर्ताओं में झड़प के बाद भड़की हिंसा
Daily Horoscope