जयपुर/नागौर। उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि सरकार आमजन को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है और मार्च, 2018 तक नागौर के प्रत्येक गांव-ढाणियों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करा दिया जाएगा।
शून्यकाल में इस संबंध में उठाए मामले में हस्तक्षेप करते हुए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री की ओर से उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने बताया कि नागौर में पेयजल के लिए मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन के द्वितीय चरण के लिए तीन हजार करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। उन्होंने कहा कि मार्च तक नागौर के प्रत्येक गांव तक सरकार स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाएगी।
उन्होंने कहा कि जायल विधानसभा क्षेत्र के 120 गांवों में पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए आरएसएमएमएल और मैसर्स नागौर वाटर सप्लाई कंपनी के बीच डी बूट मोड़ पर खारे पानी को मीठे पानी में बदलकर 13 एमएलडी पानी प्रतिदिन मातासुख में उपलब्ध कराने का एग्रीमेंट 22 फरवरी, 2010 को हुआ। जलदाय विभाग को केवल सप्लाई किए गए पानी का पेमेंट देना था, लेकिन आरएसएमएमएल ने कभी 6 से 7 एमएलडी से ज्यादा पानी कभी उपलब्ध नहीं करवाया। पिछले एक साल में तो औसतन कंपनी ने केवल तीन एमएलडी और पिछले नवंबर, दिसंबर 2016 व जनवरी, 17 में औसतन 1.50 एमएलडी ही पानी उपलब्ध करवाया गया। पिछली 7 फरवरी से यह प्लांट पूर्णतया बंद है। उन्होंने कहा कि जलदाय विभाग ने यहां पर स्काडा सिस्टम लगाया है और जितना पानी सप्लाई किया गया, उसका ही पेमेंट दिया गया है।
लोकसभा चुनाव 2024: राजस्थान में 11 बजे तक 22.51% मतदान दर्ज,यहां देखे 12 सीटों में कितना मतदान हुआ
यूपी में चंद्रशेखर ने ईवीएम खराब होने की शिकायत की, सपा ने भी लगाए कई आरोप
बंगाल के कूचबिहार में तृणमूल-बीजेपी कार्यकर्ताओं में झड़प के बाद भड़की हिंसा
Daily Horoscope