प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उम्मीद जताते हुए कहा कि पूर्वी
एशिया सम्मेलन को भविष्य में ज्यादा महत्व मिलेगा। मोदी ने कहा, मैं आपके
साथ राजनीतिक, सुरक्षा और आर्थिक मुद्दों पर काम करने की प्रतिबद्धता
दोहराता हूं। यह मंच नेताओं को अपने विचार साझा करने और पारंपरिक व गैर
पारंपरिक सुरक्षा खतरों, आतंकवाद, समुद्री सहयोग, सुरक्षा और अप्रसार संधि
के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर की चिंताओं पर चर्चा के लिए एक मंच मुहैया
कराता है। ये भी पढ़ें - सावधान हो जायें अब भ्रस्ट अफसर
दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के 10 देश
ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस,
सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम के साथ ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान,
न्यूजीलैंड, रूस, दक्षिण कोरिया व अमेरिका इस वार्षिक सम्मेलन में शामिल
हुए। मोदी रविवार को फिलीपींस की तीन दिवसीय यात्रा पर मनीला पहुंचे। वह 36
वर्षो बाद इस देश की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। इससे
पहले 1981 में इंदिरा गांधी ने इस देश की यात्रा की थी।
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