नई दिल्ली। केंद्र सरकार के आम बजट से नाराज एनडीए के सहयोगी दल तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। टीडीपी के एक सांसद ने बीजेपी के खिलाफ लड़ाई छेडऩे का ऐलान कर दिया है। वहीं, टीडीपी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को पार्टी की इमर्जेंसी मीटिंग बुलाई है। नायडू की बैठक में यह तय होगा कि केंद्र और राज्य में एनडीए के साथ गठबंधन जारी रखा जाए या फिर तोड़ दिया जाए। पहले ही चंद्रबाबू नायडू यह संकेत दे चुके हैं कि वह एनडीए से दोस्ती खत्म कर सकते हैं। चंद्रबाबू नायडू ने इस मीटिंग को लेकर दिल्ली में गुरुवार को अपने सांसदों से टेलिकॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत की। रविवार को टीडीपी के संसदीय बोर्ड की मीटिंग भी होनी है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इधर, टीडीपी के सांसद टीजी वेंकटेश ने शुक्रवार को कहा, हम बीजेपी के खिलाफ वॉर की घोषणा करने जा रहे हैं। हमारे पास तीन ही विकल्प हैं। पहला कि एनडीए के साथ बने रहे, दूसरा हमारे सांसद इस्तीफा दें और तीसरा गठबंधन से बाहर निकल जाएं। हम रविवार को सीएम नाडयू के साथ बैठक में फैसला करेंगे। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले एनडीए और बीजेपी की पुरानी सहयोगी शिवसेना ने भी 2019 का आम चुनाव अलग लडऩे की घोषणा कर चुकी है। ऐसे में बीजेपी के लिए 2019 के आम चुनाव के वक्त बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है।
बजट में आंध्र प्रदेश की अनदेखी
इससे पहले केंद्रीय मंत्री तथा टीडीपी नेता वाईएस चौधरी ने कहा कि बजट को देखकर उन्हें निराशा हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे रेलवे, पोलावरम प्रोजेक्ट, अमरावती के लिए पूंजी समेत आंध्र प्रदेश के कई मुद्दों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया गया है। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री वाईएस चौधरी ने कहा कि उन्हें सरकार से ऐसी उम्मीद नहीं थी। आंध्र प्रदेश के विकास के लिए अधिक ध्यान देने की जरूरत है, लेकिन सरकार ने तो बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया है।
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