करौली। कैला मैय्या का प्रसिद्ध चैत्र लक्खी मेला यूं तो 25 मार्च से शुरू होगा, लेकिन पदयात्रियों का आना शुरू हो गया है। हालांकि अभी पदयात्रियों की संख्या कम है, लेकिन एक-दो दिन में पदयात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हो जाएगी। सैंकड़ों किलोमीटर की पदयात्रा कर विभिन्न शहरों से यात्री माता के दरबार में पहुंच रहे हैं। रास्ते में विश्राम करते और भजनों के साथ यात्री आगे बढ़ रहे हैं। इससे आस्थाधाम में चहल-पहल भी बढऩे लगी है। हालांकि अभी यात्रियों के बड़े-बड़े जत्थे नजर नहीं आ रहे। गुरुवार शुक्रवार से पदयात्रियों की आवक में और वृद्धि हो जाएगी। इसका कारण यह है कि मेले में विशेष रूप से उत्तरप्रदेश के प्रमुख शहर आगरा सहित कासगंज, ऐटा आदि शहरों से लाखों की संख्या में पदयात्री शीतला पूजन के बाद रवाना होते हैं, जो 4-5 दिन का सफर तय कर माता के दरबार में पहुंचते हैं। यात्री भरतपुर, बयाना, हिण्डौन, करौली होते हुए माता के दरबार हाजरी लगाते हैं।
बिहार महागठबंधन में सीट बंटवारे पर सहमति बनी: RJD 26 ,कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ेगी
'बहुत सकून मिला है', अंसारी की मौत के बाद पीड़िता का बयान
बिल गेट्स ने लिया मोदी का इंटरव्यू: PM बोले-भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में डीपफेक एक बड़ी चिंता
Daily Horoscope