नई दिल्ली। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि नोटबंदी के बाद वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने से लोगों को नकदी जुटा पाना कठिन हो जाएगा, लेकिन टैक्स बेस बढ़ेगा। वित्त मंत्रालय द्वारा यहां आयोजित दिल्ली इकॉनॉमिक्स कॉन्क्लेव 2017 में जेटली ने कहा, नोटबंदी के बाद जीएसटी व्यवस्था लागू होने से अब नकदी पैदा कर पाना बहुत कठिन होगा, और इससे अधिक अनुपालन और डिजिटीकरण के उद्देश्य पूरे होंगे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जेटली ने कहा कि दोनों कदमों से डिजिटल भुगतान में वृद्धि हुई है और प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों करों की वसूली के अधिक करदाता आधार पैदा हुआ है। उन्होंने कहा, डिजिटीकरण में वृद्धि के संकेत दिखने लगे हैं, क्योंकि प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करदाता आधार बढ़ा है।
जेटली ने कहा कि इसके अतिरिक्त तीन कदमों के जरिए व्यवस्था में मौजूद काले धन पर हमला किया गया है। इन कदमों में विदेशों में काला धन रखने वालों को दंडित करना, बेनामी संपत्ति कानून और दिवालियापन एवं दिवालिया संहिता शामिल हैं।
कारोबारियों से जीएसटी अपनाने की अपील
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