हनुमानगढ़। पांचवें और छठे वेतनमान की विसंगतियों को दूर करने और सेवानिवृत्त ग्रामसेवकों को पेंशन देने सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामसेवकों ने जिला कलेक्ट्रेट के सामने एक दिवसीय धरना दिया। असहयोग आंदोलन कर रहे ग्रामसेवकों ने गुरुवार को आंदोलन की कड़ी में कलक्ट्रेट के सामने धरना दिया। धरने के बाद मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री और अतिरिक्त मुख्य सचिव के नाम प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। धरनास्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि वेतनमान की विसंगति को दूर करने, पेंशन देने, ग्रामसेवक पदेन सचिवों के रिक्त पदों पर भर्ती का परिणाम जारी करने सहित कई मांगों को पूरा करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि राजस्थान ग्रामसेवक संघ ने अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर पहले भी आमरण अनशन किया। इसके बाद अक्टूबर 2016 में संगठन के साथ सरकार का लिखित समझौता हुआ और एक माह में मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया था। लेकिन चार माह बीतने के बाद भी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश खटोतिया ने बताया कि आंदोलन के तहत अब 23 मार्च को प्रदेश के सभी ग्रामसेवक जयपुर में जुटेंगे और विशाल रैली निकालकर विधानसभा के समक्ष धरना देकर अपनी आवाज बुलंद करेंगे।
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