कानपुर। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को महज पांच दिन ही हुए हैं सूबे की मुख्यमंत्री कुर्सी पर बैठे, लेकिन उनके एक्शन का असर बड़े पैमाने पर दिखने लगा है। जनपद में थूक से लाल पड़ी सरकारी कार्यालयों की दिवारें रातों-रात सफेद होने लगी है। जो अफसर और कर्मचारी पान, गुटखा मुंह में दबाकर आते थे, गुरूवार को वे गुमशुम बैठे दिखे। कानपुर के कलेक्ट्रेट, एसएसपी ऑफिस, जल संस्थान, बीएसए, सीडीओ, केडीए और नगर निगम सहित तमाम कार्यालय गुरूवार को बदले-बदले नजर आए। जो अधिकारी व कर्मचारी पान-गुटखा खाकर ऑफिस आते थे, वे काम करते दिखे। मुख्यमंत्री के सख्त रवैये को परखने संवाददाता व छायाकार की टीम दोपहर करीब 12 बजे बेनाझावर स्थित जल संस्थान पहुंचे। जहां पूरा परिसर चकाचक मिला। एक कर्मचारी ने बताया कि अब वह नहीं होगा, जो पहले की सरकारों में होता रहा है। इससे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को काम मिल गया। पहले वे ऑफिस आते थे तो ड्यूटी के बजाए ताश के पत्ते में मशगूल रहते थे। लेकिन सीएम ने बुधवार को प्रदेश के सभी सरकारी दफ्तारों में पान-गुटखा खाने पर रोक के साथ ही कार्यालयों पर गंदगी मिलने पर सीधे अधिकारी पर कार्रवाई की बात कही थी। इसी के चलते जिले के अधिकतर सभी दफ्तर क्लीन दिखे।
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