करौली। कैलामाता के लक्खी मेले में आने वाले लाखो श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा की पूरी व्यवस्था के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन ने चाक-चौबंद व्यवस्थाएं की है। शनिवार से माता का लक्खी मेला शुरू हो गया है। कैलादेवी मेला मजिस्ट्रेट एवं उपखण्ड अधिकारी राजेन्द्र कुमार गोयल ने बताया कि मेले के दौरान हिण्डौन से आने वाले पदयात्राओं के लिए छोटा पाचना के पुराने क्षतिग्रस्त पुल के आस पास बेरीकैटिगं कराई गई है तथा पाचना पुल से होकर करौली आने वाले रास्ते को दुरुस्त करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि आने वाले पदयात्रियों के लिए करौली से कैलादेवी तक विभिन्न स्थानों पर प्याऊ एवं भोजन के लिए भामाशाहों ने भण्डारे की व्यवस्था की है। भोजन व्यवस्था के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से खाद्य निरीक्षक को भी नियमित निरीक्षण के लिए पाबन्द किया गया। विद्युत विभाग की ओर से निर्वाध रूप से चौबीस घंटे बिजली उपलब़्ध कराने के लिए कर्मचारियों को पाबन्द किया गया है। उन्होंने बताया कि बाईपास से होकर करनपुर जाने वाले रास्ते को दुरुस्त कर दिया गया है।
मेला मजिस्ट्रेट ने बताया कि परिवहन विभाग की ओर से बस स्टैंड पर सीसीटीवी कैमरे एवं पेयजल की व्यवस्था के साथ-साथ शौचालयों का निर्माण भी कराया गया है। चिकित्सा विभाग की ओर से चौबीस घंटे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 9 चिकत्सकों की राउण्ड बार नियुक्ति की गई है। पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के लिए कैलादेवी मेला परिसर में 70 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ ही लगभग 1400 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मेला परिसर में कई स्थानों पर वाच टॉवर भी लगाए है तथा जिले में 17 अस्थाई चौकी बनाई गई है। मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बड़ी धर्मशाला में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। जिसका दूरभाष नं. 07464-253122 हैं।
मेला मजिस्ट्रेट ने बताया कि कैलादेवी मेले के दर्शनार्थ श्रद्धालुओं का आना सात दिन पूर्व से ही प्रारम्भ हो गया है और आज भी भारी संख्या में श्रद्धालु कैलामाता के दरबार में हाजरी लगाने आ रहे हैं। श्रद्धालु गाते बजाते पैदल चल रहे है। यात्री उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश एवं राजस्थान के विभिन्न जिलों से भारी संख्या में आ रहे हैं।
मेला मजिस्ट्रेट ने बताया कि मेला परिसर में श्रद्धालुओं के आवागमन में अतिक्रमण के कारण होने वाली कठिनाईयों को देखते हुए अतिक्रमण निरोधी दस्ते का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि कैलादेवी मन्दिर ट्रस्ट की ओर से मेला परिसर की नियमित रूप से सफाई व्यवस्था की गई है। जिसमें 250 से अधिक सफाई कर्मचारियों को तैनात किया गया है। दर्शनार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक तरफा यातायात की व्यवस्था की गई है। तथा मेले में पहली बार बडी धर्मशाला में नि:शुल्क जूता-चप्पल स्टैंड बनाया गया है तथा शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 12 से अधिक प्याऊ एवं टैंकरो की व्यवस्था की गई है।
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