नई दिल्ली। देश के महान कर्मयोगी, भारतरत्न, मिसाइलमैन के नाम से लोकप्रिय
पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म
तमिलनाडु के मध्यमवर्गीय परिवर में हुआ था। डॉ. कलाम एक ऐसे राष्ट्रपति बने
जिनके जीवन का सफर झोपड़ी से प्ररम्भ हुआ और भारत को सुरक्षा के विभिन्न
पहलुओं में आत्मनिर्भर बनाते हुए विकास के नए मिशन को देश की जनता के सामने
प्रस्तुत किया। अवुल पकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम भारतीय गणतंत्र के
ग्यारहवें राष्ट्रपति थे। राष्ट्रपति के रूप में देश की पांच साल तक सेवा
करने के बाद कलाम शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा के अपने जीवन में लौट आए।
उन्हें भारत रत्न से भी सम्मानित किया जा चुका है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पेश है राष्ट्रपति कलाम साहब के कुछ अनकहे किस्सें।
जब जूता बनाने वाला और ढाबा मालिक बने मेहमान-
2002
में राष्ट्रपति बनने के बाद डॉक्टर पहली बार केरल गए थे। उस वक्त केरल
राजभवन में राष्ट्रपति के मेहमान के तौर पर दो लोगों को न्योता भेजा गया।
पहला था जूते-चप्पल की मरम्मत करने वाला.. और दूसरा एक ढाबा मालिक
तिरुवनंतपुरम में रहने के दौरान इन दोनों से उनकी मुलाकात हुई थी।
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