वाराणसी / भदोही। सावन मास में कांवड़ यात्रा को लेकर शिव की भक्ति
उफान पर है। सावन के तीसरे सोमवार यानी तेरस पर जलार्पण को लेकर कांवरिए
जल भरने के लिए प्रयाग रवाना हो गए है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गाजे-बाजे और डीजे के संग नाचते-गाते लोग काशी विश्वनाथ और बाबा बैजनाथ के
लिए निकल रहे हैं। पूरा गांव और बस्ती उन्हें विदा करने आ रहीं है। उधर
राष्ट्रीय राजमार्ग पर कावरियों को सैलाब देखते बन रहा है। प्रयाग से लेकर
काशी तक 120 किमी मार्ग भगवा रंग से रंग चुका है। कड़ी सुरक्षा के बीच
यात्रा जारी है।
इसके अलावा जनपद के पौराणिक तीर्थ स्थल बाबा सेमराध
नाथ धाम में शुक्रवार को भोर 3 बजे से ही कांवरियों के लिए गर्भगृह खोल
दिया गया और दोपहर तक जलाभिषेक के लिए तांता लगा रहा।
प्रयाग से कांवर में
गंगा जल भरकर ला रहे कांवरिया सेमराध नाथ धाम में पहुंच कर गंगा स्नान कर
जलाभिषेक कर हवन पूजन में लगे रहे।
गर्भ गृह में निकास द्वार के
पास एक सिपाही की ड्यूटी लगी रही जबकि आधा दर्जन महिला, पुरुष सिपाहियों की
ड्यूटी लगी होती तो अंदर मंदिर में धक्का मुक्की न होती। गंगा घाट पर बड़ी
संख्या में स्नानार्थियों के स्नान करने व बरसात की वजह से फिसलन ज्यादा
रहा तथा लोग बैरिकेडिंग के बाहर जहां जलप्रवाह तेज था, वहां स्नान करने से
रोकने वाला एक भी पुलिसकर्मी नहीं दिखाई दिया।
मंदिर परिसर में
जाने के लिए मुख्य गेट के पास बैरियर बनाकर दरोगा भीम सिंह और आधा दर्जन
सिपाहियों की ड्यूटी जरूर लगा दी गई थी, लेकिन दरोगा की कृपा से सवारी वाहन
मंदिर परिसर के भीड़भाड़ वाले ईलाके में फरार्टा भरते रहे।
इस साल सावन मेला के तेरस के दिन हजारों की संख्या में कांवरिया और स्थानीय
दर्शनार्थियों की भीड़ को जानते हुए भी कोइरौना थाना प्रभारी द्वारा तैनात
किए गए सभी पुलिसकर्मी कुर्सी पर विराजमान रहे और दर्शन तथा जलाभिषेक को
उमड़ी भीड़ भगवान भरोसे रही।
आईएएनएस
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