वाराणसी। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में
सोमवार सुबह एक किसान से जमीन पैमाइश के नाम पर 10 हजार रुपये की रिश्वत
लेते एक लेखपाल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
आरोपी लेखपाल ने रिश्वत की रकम लेने के लिए किसान को बड़ागांव थानाक्षेत्र
स्थित हरहुआ चौराहे के पास अपने निजी कार्यालय में बुलाया था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बड़ागांव
थानाक्षेत्र के भटौली गांव निवासी रामभरोस उर्फ अच्छेलाल की जमीन हरहुआ
चौराहे के पास धनेसरी गांव में वाराणसी-बाबतपुर मुख्य मार्ग पर स्थित है।
इस जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। जमीन की पैमाइश के लिए किसान ने
पिंडरा के एसडीएम के यहां आवेदन किया था। एसडीएम ने बीती जुलाई में ही
विवादित भूमि का पक्की पैमाइश का आदेश क्षेत्रीय लेखपाल दिवाकर उपाध्याय को
दिए थे।
लेखपाल ने जमीन की पैमाइश के लिए किसान अच्छेलाल से एक लाख
रुपये की रिश्वत मांगी। परेशान किसान 10-10 हजार रुपये की दो किस्तें
लेखपाल को दे चुका था। लेकिन लेखपाल नहीं माना, तब किसान से मुख्यमंत्री के
दरबार में गुहार लगाई।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर भ्रष्टाचार
निवारण टीम ने जाल बिछाया। सोमवार को निरिक्षक प्रेमशंकर दूबे एवं गोविंद
वल्लभ जोशी की टीम के कहने पर किसान बड़ागांव क्षेत्र के हरहुआ चौराहे पर
स्थित लेखपाल के निजी कार्यालय में दो-दो हजार रुपये के पांच नोट लेकर
रिश्वत देने गया। लेखपाल ने नोट लेते ही टीम ने उसे रंगे हाथ धर दबोचा।
गिरफ्तारी
के बाद भ्रष्टाचार निवारण की टीम लेखपाल को लेकर बड़ागांव थाने आई और
लेखपाल के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कराकर
जेल भेज दिया।
आईएएनएस
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