ऋतु भार्गव, मेरठ। एक
तरफ जहां आजकल हमारे देश में राष्ट्रगीत को लेकर आए दिन हंगामे जैसे हालात
बन रहे हो वहीं मेरठ का एक तेरह साल का बच्चा ऐसे तमाम लोगों को कुछ अलग
ही संदेश दे रहा। हम बात कर रहे हैं मेरठ के रुद्र प्रताप सिंह की जिसे 18 देशों
के राष्ट्रगान कंठस्थ है। यही नहीं रुद्र इन अट्ठारह देशों के राष्ट्रगान
एक सांस में ही सुना सकता है। इस बच्चे का कहना है कि राष्ट्रगान चाहे जिस देश
का हो सबका संदेश एकता ही है। रुद्र का लक्ष्य है सौ से ज्यादा देशों का
राष्ट्रगान याद करने का है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आम
तौर पर बड़े-बड़े को अपने देश का राष्ट्रगान याद नहीं रहता है वहीं मेरठ
के ज्वालागढ़ के रहने वाले तेरह साल के रुद्र को एक नहीं दो नहीं तीन नहीं
बल्कि 18 देशों के राष्ट्रगान कंठस्थ है। रुद्र के लिए पहले इन को समझना और
फिर दूसरे देश के भाषा में गाना पर महारथ हासिल है। आज रुद्र को भारत
समेत, अमेरीका, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, न्यूज़ीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, चीन, श्रीलंका,
नेपाल, जापान, इजराइल, फिलिपिंस, आस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस और जार्डन
जैसे देशो के राष्ट्रगान याद हैं। आज रुद्र का सपना है कि वो अपने नाम
वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज कराए। काफी हद तक रुद्र ने इसकी शुरुआत कर भी कर दी
है।
रुद्र ने हाल ही में इन 18 देशों के राष्ट्रगान को अपनी वाणी में
रिकॉर्ड कर यूट्यूब पर अपलोड़ किया तो काफी लोगों ने इसे पंसद किया। रुद्र
की मानें तो उसने यूट्यूब पर अलग अलग देशों के राष्ट्रगना को देखा तो उसे
अच्छा लगा। वो सिलसिला ऐसा शुरु हुआ कि वो आज 18 देशों के राष्ट्रगान गाने
लगा। हालांकि इस मुकाम पर पहुंचने के लिए उसने विकीपिडिया की मदद भी ली। वहीं
रुद्र के मां शिखा सिंह और बहन संयोगिता का कहना है कि पहले तो उन्हें समझ ही नहीं आया कि उनके परिवार का लड़का क्या कर रहा है। लेकिन उन्हें भी आखिरकार मानना पड़ा उसका जूनून काबिले तारीफ है।
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