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मैनपुरी। यूपी पुलिस अपने कारनामो की बजह से आये दिन विवादों में घिरी रहती है। ऐसा ही एक मामला मैनपुरी का है जहाँ पुलिस के ख़ौफ से एक 18 वर्षीय युवती को अपनी जान देनी पड़ी। अब माँ का रो रो कर बुरा हाल है कि अपनी बेक़सूर पुत्री को थाने जाने ही क्यों दिया।
पूरा मामला यूपी के मैनपुरी के थाना घिरोर क्षेत्र के नगला सिकरवार का है, जहाँ कुछ दिन पूर्व एक लड़की अपने प्रेमी के साथ भाग गयी थी। जिसकी पूछताछ के लिए पुलिस ने भागी हुयी लड़की की सहेली सरोज के पिता को थाने उठवा लिया, और उसकी 15 वर्षीय पुत्री सरोज को थाने बुलबाने का दवाव बनाया। जिसके बाद उसके परिजन उसे थाने लेकर गए जहाँ पुलिस कर्मियो ने उसे अकेले में पूछताछ के नाम पर डराया धमकाया। सरोज के परिजनों के अनुसार जब वह थाने से निकली तो बहुत ही डरी और सहमी हुयी थी। परिजनों के पूछने पर उसने बताया था कि पुलिस सहेली के बारे में पूछ रही है जबकि मुझे उसकी कोई जानकारी नही है। उसने यह भी कहा कि पुलिस ने मुझे और पिताजी को जेल भेजने की धमकी दी है।
भाई रमेश ने बताया थाने से घर लौट कर आने के बाद पुलिस का ख़ौफ उसके चेहरे पर साफ़ दिखाई दे रहा था।युवती की माँ ने बताया बो बार बार यही कह रही थी पुलिस उसे उठा ले जायेगी। मैंने कहा था चाहे जितना पैसा खर्च हो जाए मैं तुम्हें पुलिस को नहीं ले जाने दूंगी।उसने अपना दर्द अपने चाचा को भी बताया था ,परंतु पुलिस के ख़ौफनाक चेहरे के सामने गरीबो के हौसले इतने बौने साबित हुए कि अगले ही दिन सरोज ने कमरे के अंदर फांसी लगा कर अपनी जान दे दी।
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