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नई दिल्ली। आखिर उप्र के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योेगी ने उप्र उपचुनाव में हुई गोरखपुर और फूलपुर की हार का बदला राज्यसभा चुनाव में सपा-बसपा के गठबंधन को हरा कर ले लिया है। योगी ने इसके लिए चाणक्य की तरह गोटियां फिट की। उन्होंने जहां बसपा के वोट बैंक में सेंध लगाई वहीं भाजपा को भी अतिरिक्त वोट दिलाया। उप्र में नाराज चल रहे राजभर पार्टी के दो विधायकों को और अपना दल के विधायकों को राजी कर उनका वोट भी भाजपा को दिलवाया।
सपा-बसपा के गठबंधन में सेंध लगाई
कुशल रणनीतिकार के रूप में उन्होंने भाजपा के नवें उम्मीदवार अनिल अग्रवाल को जीत ही नहीं दिलाई बल्कि सपा-बसपा के गठबंधन में सेंध लगाई है। सपा के विधायक नितिन अग्रवाल ने क्रास वोटिंग की है। इसी तरह निषाद पार्टी के बाहुबली नेता विजय मिश्रा को अपने पक्ष में कर वोट दिलाया। विजय मिश्रा सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के विरोघी है। यादव ने उनका वोट काट दिया था। इसके बाद मिश्रा ने नई पार्टी बना कर जीत हासिल की।
सूबे 10 राज्यसभा सीटों में बीजेपी के केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली,
डॉ. अनिल जैन, अशोक वाजपेयी, कांता कर्दम, विजय पाल सिंह तोमर, डॉ. हरनाथ
सिंह यादव, सकलदीप राजभर और जीवीएल नरसिम्हा के साथ 9वें उम्मीदवार के तौर
पर अनिल अग्रवाल ने जीत दर्ज की है।
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