अमरीष मनीष शुक्ल, कौशांबी। बुद्ध की नगरी कौशांबी में एक पिता ने अपनी शराब की जरूरत पूरी
करने के लिये बेटी का ही दाम लगा दिया। मां की गोद में पल रही 7 महीने की
बेटी को महज 15 हजार रुपये में बेच दिया। लेकिन मां ने पति के खिलाफ
मोर्चा खोल दिया और थाने में फरियाद लगाई। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद बिक
चुकी बेटी को फिर से मां का आंचल वापस नसीब हो सका। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मामला कौशांबी जिले के कोखराज इलाके का है। यहां अपनी जरूरतें पूरी करने के
लिये पत्नी की नामौजूदगी में पति ने अपनी 7 साल की बेटी का 15 हजार में
सौदा तय कर दिया ।
पिपरी की रहने वाली अन्नू की दूसरी शादी कोखराज के नंद लाल से हुई थी। अन्नू का पहला पति मर चुका था। तो नंदलाल की पत्नी। दोनों के 3-3 बच्चे
पहले से थे और 7 महीने पहले एक और बेटी ने जन्म ले लिया। नंदलाल शराब का
लती हो गया था और इतने बड़े परिवार का भरण-पोषण नहीं कर पा रहा था। इससे
लड़ाई झगड़ा भी शुरू हो गया। जिससे आजिज आकर अन्नू 7 महीने की बेटी कुमकुम को
छोड़कर माइके चली गई।
पत्नी के घर न रहने पर नंदलाल ने कुमकुम को 15 हजार रुपए बेंच दिया और जब
यह खबर अन्नू तक पहुंची तो वह ससुराल वापस लौटी और पति से भिड़ गयी। मामले
की शिकायत थाने में करते हुये पति की करतूत बताई तो पुलिस नंदलाल को उठा
लाई। डांट फटकार के बाद बेटी का पता चला।
पुलिस के दबाव व हस्तक्षेप से
कुमकुम को वापस लाया गया और अब वह अन्नू के पास सुरक्षित है। वहीं इस मामले
में पति नंदलाल ने बताया कि अन्नू के घर न रहने पर बेटी के पालन पोषण की
जिम्मेदारी वह नहीं उठा पा रहा था। इसलिये रिश्तेदार के घर बेटी पालन पोषण
के लिये पहुंचा दिया था।
मामले की जानकारी देते हुये इंस्पेक्टर कोखराज प्रदीप कुमार सिंह ने बताया
कि, अन्नू की शिकायत पर बेटी को वापस ले आया गया है। अब वह अपनी मां के पास
है। नंदलाल का कहना है कि बेटी के पालन-पोषण के लिये वह उसे रिश्तेदार को
दे आया था। कोई लिखित तहरीर पति के खिलाफ नहीं दी गई है। इसलिये नंदलाल को
छोड़ दिया गया है।
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