कानपुर।
खाकी में जब शराब का नशा चढ़ जाय तो समझा जा सकता है कि सामने वाले की क्या
स्थिति होगी। ऐसा ही कुछ नजारा कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन में दिखा। जहां
पर एक जीआरपी सिपाही खुलेआम यात्रियों व वेंडरों से वसूली करते देखा गया। न
देने पर गाली गलौज में कोई कोर कसर नहीं छोड़ता। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सेन्ट्रल स्टेशन में जीआरपी सिपाही प्रदीप सिंह शराब के नशे में करीब तीन घंटे तक
उत्पात मचाता रहा। जो भी यात्री परिवार सहित बड़ा लगेज लिए हुए था उसको
रोककर तुरंत रूपए की मांग करने लगता था। न देने पर गाली गलौज व मारपीट पर
उतारू हो जाता। यही नहीं खाद्य सामग्री बेचने वाले वेंडरों को भी नहीं छोड़ा
उनसे भी वसूली किया। करीब तीन घंटे तक सिपाही खुलेआम वसूली करता रहा, अगर
किसी ने अधिकारियों से शिकायत की बात कही तो अधिकारियों को भी अपशब्द कहने
से गुरेज नहीं करता था।
मामला बढ़ता देख साथी सिपाहियों ने मानमनौवल कर उसे
थाने ले गये। जिसके बाद यात्रियों को राहत मिल सकी। इलाहाबाद जा रहे अरूण
कुमार ने बताया कि सिपाही इस कदर नशे की हालत में था उसे रूपया देना ही
उचित था। किदवई नगर के रमेश दुबे ने बताया कि लखनऊ से कानपुर वापस आया था
ज्यों ही प्लेटफार्म नंबर नौ से घंटाघर साइड निकल रहा था कि तभी एक व्यक्ति
सादे कपड़ों में अपने को जीआरपी सिपाही बता सौ रूपए देने को कहा, न देने पर
अपशब्द कहने लगा जिसके चलते परिवार को देखते हुए उसको रूपया देना ही उचित
समझा। इंस्पेक्टर राम मोहन राय ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है ऑफिस
से पूछताछ करूंगा, सच पाये जाने पर आरोपी सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की
जाएगी।
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