झांसी। सावनी अमावस्या पर कामदगिरि की परिक्रमा के लिए हजारों श्रद्धालुओ की भीड़ चित्रकूट धाम पहुंची। अपार भीड़ के चलते ट्रेनों में लोगों को जगह तक नहीं मिल पाई। यहां तक देखने को मिला की ट्रेनों के गेट और छतों पर बैठक कर यात्री सफर करने को मजबूर हुए। रेल प्रशासन की व्यवस्थाएं काफी लचर दिखाई दी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सावन की अमावस्या पर चित्रकूट धाम में विशाल मेला लगता है। वैसे तो चित्रकूट में अक्सर धार्मिक आयोजन होते रहते हैं, लेकिन विशेष पर्व पर श्रद्धालुओं की संख्या काफी बढ़ जाती है। दूसरी सावन के माह में जहां सभी देवगण और भगवान विष्णु चौमासे में आराम फरमाने चले जाते उस वक्त सृष्टि पालक और संहारक शिव की विशेष पूजा का दिन होता है। वहीं, सावन की अमावस्या को चित्रकूट धाम में भगवान कामदगिरि की परिक्रमा और पूजा का अलग ही महत्व है। इस दिन भक्त पुण्य लाभ के लिए वहां पहुंचता है।
झांसी से चित्रकूट को जाने वाली अधिकतर ट्रेनों में पांव रखने की जगह तक नहीं मिल रही है। ऐसे में लोग गेट पर लटक कर यात्रा कर रहे हैे। ठसाठस भरी ट्रेने चित्रकूट धाम पहुंच रही है। इस बार रेलवे प्रशासन की व्यवस्था लचर दिखाई दी। श्रद्धालुओ को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, लोग रेल प्रशासन को कोसते नजर आये।
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