झांसी। जिलाधिकारी सुबह अचानक विकास भवन पहुंचे। वहां पर उन्होंने जिला कृषि अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण कर उपस्थित रजिस्टर चेक किया। निरीक्षण में राम बाबू मौर्य जिला कृषि अधिकारी उपस्थित नहीं पाये गये। फसल ऋण मोचन योजना के अंतर्गत कार्य करने वाले कम्प्यूटर सहायक भी अनुपस्थित रहे। डीएम ने मौर्य का स्पष्टीकरण लेने तथा एक दिन का वेतन काटे जाने के साथ भविष्य के लिए पुनरावृत्ति न किये जाने के निर्देश दिये। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जिलाधिकारी विकास भवन के अन्य कार्यालयों का भी निरीक्षण किया। वहां भी ऐसी स्थिति मिली। निरीक्षण में जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक डीआरडीए अधिशासी अभियंता आरईएम भी अनुपस्थित पाये गये, कार्यालय भी बंद मिला। जिलाधिकारी सभी से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने विकास भवन में निरीक्षण के दौरान कृषि अधिकारी की अनुपस्थित को गंभीरता से लिया। उन्होंने ताकीद करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रदेश के सभा लघु एवं सीमांत किसानों के लिए फसली ऋण मोचन योजना सफल क्रियान्वयन का दायित्व जिला कृषि अधिकारी का है। ऐसे विलंब से कार्यालय खोलना खेदजनक है। उन्होंने कहा कि फसल ऋण मोचन योजना में किसी की भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने किसाने से आधार नंबर लिंक कराने की अपील की।
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