अमेठी। वैसे तो प्रदेश में भाजपा सरकार आने के पश्चात माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भूमाफियाओं से सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिये एंटी टास्क फोर्स के गठन का ऐलान किया व कानून व्यवस्था को भी पटरी पर लाने के लिये जी तोड़ कोशिशें जारी हैं। लेकिन जनपद अमेठी के पुलिसिया तंत्र में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है। आलम यह है कि कप्तान के आदेश के बावजूद सरकारी जमीन पर आरोपियों का निर्माण कार्य जारी है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मामला अमेठी जिले के मोहनगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत पूरे बडइन, हसवा गांव का है। जहां खलियान पडी खाली जमीन पर रातों रात निर्माण कार्य कराया जा रहा है। निर्माण की शिकायत कर्ता को पुलिस ने दो माह में चार बार जेल भेज दिया। आलम तो यहां तक है कि दबंगो ने तीन बार शिकायत कर्ता के परिजनों को बुरी तरह से पीटा।
बाबुल निशा पत्नी मोहम्मद शमीम ने आरोप लगाया है कि गांव के ही दबंग भूमाफिया लियाकत सुत मुस्तफा पूरे बढ़ई का पुरवा हमलावर होकर जबरन याची के द्वारा बीते 20 वर्षों से प्रयोग में लायी जाने वाली खलिहान की जमीन पर कब्ज़ा कर रहे हैं। वही याची के द्वारा मामले के बाबत 100 नं. पर कई बार शिकायत करने के पश्चात थाना मोहनगंज की पुलिस ने याची के 70 वर्षीय ससुर कल्लू सुत बाबू का चालान करते हुए जेल भेज दिया। वहीं पीड़ित का आरोप है कि विपक्षी के द्वारा उसके व उसके विकलांग पुत्र के साथ मारपीट करते हुए पुलिस की मिलीभगत से निर्माण कार्य जारी है। वहीं पुलिस प्रशासन मामले के बाबत मूकदर्शक बना हुआ है।
मामले के बाबत पीड़िता ने बीती 19 मई को कप्तान महोदया के पास अर्जी दी। जिसको संज्ञान में लेते हुए कप्तान अमेठी ने निर्माण कार्य रुकवाने का निर्देश मोहनगंज थाने को दिया। लेकिन इसके बावजूद भी पीड़ित के अनुसार विपक्षी ने पुश्तैनी जमीन पर दीवाल खड़ी कर ली और प्रशासन तमाशबीन बना रहा। वहीं मामले के बाबत थाना प्रभारी मोहनगंज से जब बात की गई तो उनका कहना था कि सरकारी जमीन पर विपक्षी कब्जा कर रहे हैं।
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