अगरतला। त्रिपुरा में माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की अगुवाई वाले वाम मोर्चा और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में अपनी जीत और नई सरकार के गठन की उम्मीद है। राज्य में 18 फरवरी को चुनाव हुए थे। मतों की गणना के बाद नतीजे शनिवार को आने जा रहे हैं। माकपा के त्रिपुरा राज्य सचिव बिजान धर ने कहा कि वामपंथी दल राज्य में नई सरकार के गठन को लेकर अति आत्मविश्वास (ओवरकॉन्फिडेंट) में हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा, इसमें कोई शक ही नहीं है कि शनिवार को मतों की गणना के बाद राज्य में आठवीं बार वाम मोर्चा की सरकार बनने जा रही है। लोगों ने 18 फरवरी को राज्य में शांति और विकास के लिए वाम दलों को मत दिया है। माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य एवं वाम मोर्चा के संयोजक धर ने कहा, भाजपा का रथ त्रिपुरा चुनाव में रुक जाएगा। त्रिपुरा में वाम दलों की जीत भारतीय राजनीति में गैर भाजपा गठबंधन के लिए माहौल भी बनाएगी। भाजपा की त्रिपुरा इकाई के अध्यक्ष बिप्लब कुमार देब ने कहा, "लोग बदलाव चाहते हैं।
लोगों की इच्छा त्रिपुरा में भाजपा की सरकार देखने की है। यह तय है कि भाजपा त्रिपुरा में अगली सरकार बनाने जा रही है। चुनाव प्रचार में हमने देखा था कि लोग वाममोर्चा सरकार के कुशासन से मुक्ति के लिए उतावले हो रहे हैं। 18 फरवरी को विधानसभा की 60 में से 59 सीटों पर हुए मतदान में 92 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने वोट डालकर देश के चुनावी इतिहास में एक रिकार्ड बनाया।
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