चेन्नई। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने गुरुवार को कहा कि उसने चंद्रयान-3 'चंद्रमा अंतरिक्ष यान' की जांच के लिए परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, ताकि प्रक्षेपण के दौरान अंतरिक्ष यान को आने वाले कठोर कंपन और ध्वनिक वातावरण का सामना करना पड़ा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, परीक्षण मार्च 2023 के पहले सप्ताह के दौरान बेंगलुरु के यूआर राव सैटेलाइट सेंटर में स्थित परीक्षण सुविधाओं पर किए गए थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
ये परीक्षण किसी भी अंतरिक्ष यान के लिए योग्यता और स्वीकृति प्रक्रिया का एक अनिवार्य हिस्सा हैं।
ये परीक्षण विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण थे, इस तथ्य पर विचार करते हुए कि चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान तीन मॉड्यूलों का एक संयोजन हैं, जिसमें प्रणोदन मॉड्यूल, लैंडर मॉड्यूल और रोवर मॉड्यूल शामिल है।
इसरो ने कहा कि एकीकृत अंतरिक्ष यान पर किए गए कंपन और ध्वनिक परीक्षणों ने लॉन्च पर्यावरण में संरचनात्मक अखंडता और उत्तरजीविता पर पर्याप्त विश्वास प्रदान किया है।(आईएएनएस)
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