जयपुर/उदयपुर। बंजर भूमि थी जिसका कोई उपयोग नहीं था, परंतु कृषि योजनांतर्गत सोलर प्लांट लगाया तो चौबीस घंटे कुएं के पानी के जरिये चार साल से गन्ने की खेती से बहुत फायदा हो रहा है। यह कहना है जिला राजसंमद की रेलमगरा तहसील के जवासिया गांव से ग्राम उदयपुर में पहुंची महिला कृषक रुक्मणी एवं उनके बेटे रोशनलाल जाट का। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने बताया कि चार साल में जब पानी की कमी से अन्य खेतों में चारा भी नहीं हो रहा था, वहां लगातार गन्ने की फसल से दोहरा फायदा हुआ। इसके बाद जीवन में उत्साह आया और कृषि विभाग से जो भी जानकारियां मिलती रहीं, उन्हें अपनाने का प्रयास किया और फव्वारा विधि से सिंचाई और पॉली हाउस को अपनाया। इसमें खीरा लगाया और प्रतिदिन 5 क्विंटल खीरा 35 रुपए प्रति किलो के भाव से विक्रय करते हैं, जिससे तीन लाख की आमदनी हुई है।
रुक्मणी और रोशनलाल ने बताया कि अब वे ग्राम उदयपुर में कृषि के नए उपकरणों की जानकारी लेने और पशुपालन व बागवानी में नई संभावनाओं को तलाशने आए थे। यहां उन्हें पर्ल कल्चर, हार्टिकल्चर, मत्स्य पालन, उद्यानिकी जैसी कई नई जानकारियां मिली हैं। कृषि की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित होते हुए प्रगतिशील महिला कृषक रुक्मणी को गुरुवार को आयोजित ग्राम उदयपुर के समापन समारोह में सम्मानित भी किया गया।
लोकसभा चुनाव 2024: राजस्थान में 11 बजे तक 22.51% मतदान दर्ज,यहां देखे 12 सीटों में कितना मतदान हुआ
यूपी में चंद्रशेखर ने ईवीएम खराब होने की शिकायत की, सपा ने भी लगाए कई आरोप
बंगाल के कूचबिहार में तृणमूल-बीजेपी कार्यकर्ताओं में झड़प के बाद भड़की हिंसा
Daily Horoscope