उदयपुर। यहां प्रतापनगर पुलिस ने विस्फोटक सामग्री में काम आने वाले अमोनियम-नाइट्रेट की तस्करी का बड़ा खुलासा किया है। पुलिस इस जांच में जुटी है कि देशभर में डेढ़ साल के दौरान हुए बम विस्फोटों में इस विस्फोटक सामग्री अमोनियम-नाइट्रेट का
इस्तेमाल तो नहीं हुआ। प्रतापनगर पुलिस ने तस्करी के मुख्य आरोपी अविनाश बाहेती पुत्र महेन्द्र बाहेती को इंदौर से गिरफ्तार किया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आरोपियों ने नौकरों के नाम से फर्जी कंपनियां बनाकर डेढ़ साल में देशभर में विस्फोटक सामग्री में काम आने वाले अमोनियम-नाइट्रेट के करीब 300 करोड़ कीमत के 1500 ट्रकों के अवैध सप्लाई की।
प्रतापनगर थानाधिकारी हनुवंत सिंह के अनुसार अविनाश बाहेती मूल रूप से इंदौर का निवासी है। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे दस दिन के रिमांड पर दिया गया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि अविनाश बाहेती ने श्री तिरुपति इंटरप्राइजेज, बालाजी ड्रिलिंग, बालाजी ट्रेडर्स, जीटी सेल्स, बालाजी इंटरप्राइजेज, तिरुपति इंटरप्राइजेज, श्रीनाथ इंटरप्राइजेज, तिरुपति ट्रेडिंग के नाम से 8 फर्जी कंपनियां बना रखी हैं, जिनमें से कई इसके नौकरों और परिजनों के नाम पर हैं। इन कंपनियों ने डेढ़ साल में देशभर में करीब 1500 ट्रक विस्फोटक सप्लाई कर दिया।
खास बात ये है कि तिरुपति ट्रेडिंग कंपनी भीलवाड़ा के अंटाली निवासी घेवर सिंह और बालाजी इंटरप्राइजेज फर्म भीलवाड़ा निवासी बाल मुकुन्द वैष्णव के नाम से रजिस्टर्ड हैं। घेवर सिंह गरीब व्यक्ति है लेकिन इसके नाम से संचालित फर्म का टर्न ओवर करोड़ रुपए का पाया गया। साथ ही फर्म के नाम का आईसीआईसीआई बैंक में खाता जिसमें टेलीफोन नंबर और मेल अविनाश बाहेती के दिए थे।
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