टोंक। पांच बत्ती स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन में रविवार को आध्यात्मिक सत्संग अजय जौहरी के सान्निध्य में हुआ। निरंकारी महात्मा अजय जौहरी ने कहा कि ‘भक्ति नाम है समर्पण का’। उन्होंने कहा कि इच्छा व कामना के वशीभूत होकर भक्ति करना सार्थक नहीं है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा कि इंसानी जीवन जीते हुए कई प्रकार के उतार-चढ़ाव जीवन में आते हैं, जो कार्य हमारी इच्छानुसार होता है, वहां हम खुश होते हैं और जो कार्य हमारी इच्छा के विपरीत हो, वहां हम दुखी हो जाते हैं, पर जिसे प्रभु पर अटूट विश्वास होता है, वह हर परिस्थिति में जीवन को अच्छे से जीता है। हर दिन परमात्मा को पुकारा करता है, धन्यवाद देता है, क्योंकि भक्त जानता है कि सुख व दुख तो मन की अवस्था है।
निरंकारी मिशन ब्रांच-टोंक के मीडिया सहायक सीताराम निरंकारी ने बताया कि सत्संग का संचालन संदीप कुमार ने किया। सत्संग में महात्मा कन्हैयालाल खंगार, अतर सिंह, अशोक कुमार, पदमा, सावि़त्री बजाज, सिमरन आदि ने भजनों की प्रस्तुति दी।
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