टोंक। हाईकोर्ट के निर्देशों के पालन में पिछले माह से चल रहे नगर परिषद टोंक के अतिक्रमण हटाओ अभियान का विरोध कर रहे सुभाष चौक के व्यापारियों के सर्मथन में विधायक अजीतसिंह मेहता के आ जाने से बुधवार को अभियान टाल दिया गया। इस कारण नगर परिषद आयुक्त धर्मपाल द्वारा लाल रंग से चिन्हित किया अतिक्रमण धरा ही रह गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नगर परिषद टोंक ने घंटाघर से बड़ा कुंआ व गांधी पार्क से जिला प्रमुख के जयपुर रोड स्थित निजी आवास तक सडक़ के दोनों तरफ दुकानों के बाहर बनाई सीढिय़ों व चबूतरों को अतिक्रमण बताते हुए पुलिस बल के सहयोग से धराशायी कर दिया, लेकिन मंगलवार को नगर परिषद टोंक आयुक्त द्वारा सुभाष चौक से मोहल्ला शोरगरान व अंबिका कॉलोनी की तरफ जाने वाली सडक़ के दोनों तरफ दुकानदारों द्वारा बनाई गई सीढिय़ा व चबूतरों को तोडऩे के लिए निशान लगाए गए तो बुधवार सुबह व्यापारियों में खलबली मच गई। नगर परिषद टोंक को इस बात की भनक लगी तो आयुक्त धर्मपाल एवं अधिशासी अभियंता दिनेश गोयल बुधवार दोपहर व्यापारियों को अतिक्रमण हटाने की चेतावनी देने गए। इस दौरान व्यापारी राजीव बंसल, महेश बंसल, बदरीलाल सैनी, सतीश गुप्ता, भाजपा जिला प्रवक्ता ओमप्रकाश गुप्ता आदि विरोध करने लगे। इस दौरान नाराज दुकानदारों ने विधायक अजीतसिंह मेहता को बुला लिया। वे भी जिला परिषद सदस्य खेमराज मीणा, पार्षद शैलेन्द्र जैन, रोहित जैन आदि के साथ सुभाष चौक पहुंच गए। उन्होंने आयुक्त से अलग से बात की। इसके बाद आयुक्त वहां से कार्रवाई किए बिना लौट गए।
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