टोंक। वाणिज्य विषय की उपेक्षा से नाराज वाणिज्य संकाय विकास संघ ने मंगलवार को जिला कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन करके प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री से मांग की हैं कि वाणिज्य विषय के विकास के लिए वर्तमान शिक्षा नीति में इसे उचित स्थान दिया जाए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
वाणिज्य संकाय विकास संघ टोंक की नोबल शिक्षण संस्थान टोंक में वाणिज्य शिक्षण संस्थानों के संचालको एवं वाणिज्य विषय से जुड़े शिक्षकों व छात्रों की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें वाणिज्य विषय के प्रति राज्य सरकार की उपेक्षापूर्ण नीति पर नाराजगी जताई। वक्ताओं ने कहा कि आज आवश्यकता है कि वाणिज्य विषय को शिक्षा नीति में उचित प्रतिनिधित्व दिया जाए। उन्होंने मांग की हैं कि पूर्व की तरह ही कक्षा छह से आठवीं तक के पाठ्यक्रम में महाजनी प्रणाली का ज्ञान एवं आधुनिक टैली सॉफ्टवेयर को शिक्षा में शामिल किया जाए, वहीं कक्षा 9 एवं 10 में पूर्व की भांति वाणिज्य की आधुनिक शिक्षा को अलग से विषय के रूप में शामिल किया जाए।
वाणिज्य संकाय विकास संघ टोंक के सम्मेलन में सर्व सम्मति से प्रस्ताव लिया गया कि तृतीय श्रेणी अध्यापक नियुक्ति में गणित विषय के अध्यापन में वाणिज्यधारी को शािमल किया जाए। वाणिज्य के लिए द्वितीय श्रेणी पद सुनिश्चित करने तथा पृथक से विषय पाठ्यक्रम में शामिल करने, लेखाक ार-राजस्व लेखाकार एवं कनिष्ठ लेखाकार आदि पदों के लिए वाणिज्य विषय को प्राथमिकता देना तथा वर्तमान में बीकॉम व बीएड को गणित व सामाजिक विज्ञान विषय द्वितीय श्रेणी अध्यापक के लिए योग्य माना जाए।
वाणिज्य संकाय विकास संघ टोंक के सम्मेलन के बाद सभी सदस्य रैली के रूप में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां अपनी मांगों कोलेकर प्रदर्शन किया। बाद में प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान खालिद एहतेशाम, सुनील सांसी, हरिओम शर्मा, सुमित विजय , फैजान उलहक आदि मौजूद थे।
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