कोटा। शहर में 124वां राष्ट्रीय दशहरे मेले के आयोजन में कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं, लेकिन अभी तक नगर निगम की ओर से मेले की व्यवस्थाओं को लेकर रणनिती तय नहीं हो पाई है। ऐसे में आज मेले की व्यव्स्थाओं को लेकर बैठक आयोजित होनी थी लेकिन ये बैठक महज एक मजाक बनकर रहे गई। मेला समिति की बैठक में शामिल होने वाले सदस्यों ओर अधिकारियों की लेट लतीफी के चलते ये बैठक एक औपचारिक बैठक ही बनकर रह गई। करोडो रूपए खर्च होने के बाद भी दशहरे मेले के आयोजन को लेकर कोई मेला समिति के सदस्यों को कोई ध्यान नहीं है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दरअसल दशहरे मेले को लेकर नगर निगम भवन में मेला समिति की बैठक आयोजित होनी थी। जिसमें मेला समिति से जुडे सभी सदस्याें और अधिकारी को मौजूद होना था। लेकिन बैठक में कुछ सदस्य ही बैठक में पहुंच पाए ओर महापौर महेश विजय, मेला समिति के अध्यक्ष राम मोहन मित्रा ओर बाकी सदस्य बैठक में करीब ढाई घंटे लेट पहुंचे। जिसके बाद बैठक में पहले से मौजुद महेश गौतम लल्ली सहित दूसरे सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया ओर बैठक से चले गए।
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