नादौती। अरावली पर्वतमाला का सुरम्य वन क्षेत्र। प्रकृति का शांत वातावरण, पर्वत की तलहटी में स्थित गोपाल गुफा में पहुंचकर लोगों के मन को सुकून मिलता है। गुफ़ा के रज कणों में भगवान गोपालजी की सुहानी
गंध की अनुभूति महसूस होती है। यहां गोपालजी महाराज की अमृतवाणी की अनुभूति होती हैं। इसी धारणा से संकटग्रस्त श्रद्धालु गुफ़ा पर श्रद्धा-भक्ति के
साथ नतमस्तक होते हैं। वे यहां भगवान को दूध व माखन मिश्री की प्रसादी अर्पित करते हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नादौती उपखंड में हिण्डौन-गुढाचंद्रजी मार्ग पर गांव तिमावा में प्राचीन गोपाल गुफ़ा जन जन की आस्था का केंद्र है। प्राचीन गोपाल गुफ़ा पर प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु दर्शनों के लिए आते हैं। शरद पूर्णिमा महोत्सव पर तो यहां श्रद्घा सैलाब उमड़ता है।
राजस्थान ही नहीं अपितु उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, देहली, महाराष्ट्र, गुजरात,बिहार, दक्षिण भारत सहित देश के विभिन्न प्रांतों से श्रद्धालु दुखों को दूर करने और दर्शनों के लिए आते हैं। खासतौर पर तीन दिवसीय शरद पूर्णिमा महाकुम्भ में यहां श्रद्धा का मेला भरता है।
इस बार यहां 3 अक्टूबर 2017 से 5 अक्टूबर 2017 तक तीन दिवसीय शरद पूर्णिमा महाकुम्भ आयोजित हो रहा है।
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